छत्तीसगढ़

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केंद्र को लिखा पत्र, राशन घोटाले की सीबीआई जांच की उठाई मांग

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने केंद्रीय खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्रालय को पत्र लिखकर कथित घोटाले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या उच्च स्तरीय केंद्रीय जांच टीम से छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन वितरण की जांच कराने की मांग की है.

मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल को लिखे चार पन्नों के पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक बड़ा राशन घोटाला सामने आया है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के दस्तावेजों से पता चलता है कि लगभग 298 करोड़ रुपये के 6.20 लाख क्विंटल चावल और लगभग 12 करोड़ रुपये की 31990 क्विंटल चीनी की कमी है. उन्होंने पत्र में बताया कि इस कमी के बारे में बताते हैं और खाद्य मंत्री ने इसे विधानसभा में स्वीकार किया था.

बड़े पैमाने पर कालाबाजारी का जताया संदेह
बड़े पैमाने पर कालाबाजारी का संदेह जताते हुए रमन सिंह ने कहा कि वास्तविक आवंटन का पता लगाने के लिए चार स्तरों – खाद्य और नागरिक आपूर्ति निदेशालय, राज्य खाद्य और नागरिक आपूर्ति निगम, खाद्य निरीक्षक स्तर और राशन दुकान स्तर पर जांच करने की आवश्यकता है.

सिंह ने दावा किया कि बीजेपी शासन के दौरान, राज्य सरकार ने स्टॉक आवंटन और वितरण की प्रभावी निगरानी के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप किया था, लेकिन इस पारदर्शी प्रणाली को खत्म कर दिया गया. उन्होंने मंत्री गोयल से सीबीआई जांच का आदेश देने या मामले की जांच के लिए मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय टीम गठित करने का आग्रह किया है.

Back to top button
error: Content is protected !!