सरायपाली

महासमुंद/सरायपाली:खेल मैदानों की कमी के चलते खिलाड़ियों को एक मैदान भी नसीब नहीं लेकिन गांव ने

महासमुंद/सरायपाली। धीरे-धीरे सिमट रही खेल मैदानों की कमी के चलते खिलाड़ियों को एक मैदान भी नसीब नहीं हो रहा है। लेकिन ग्राम दुलारपाली के ग्रामवासियों एवं खिलाड़ियों ने इस कमी को पूरा करते हुए मैदान बनाने के लिए जो काम किया है वह निसंदेह ही प्रशंसनीय है। विगत 22 सालों से गांव की क्रिकेट टीम क्रिकेट खेल रही है लेकिन इस गांव के मैदान पर खेलने का सपना पूरा हुआ।

मैदान निर्माण के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहा था जिस पर विगत 3 वर्षों से पर इस पर का शुरु हुआ। आखिरकार दुलारपाली के लोगों की मेहनत रंग लाई और उन्हें मैदान मिला जहां इन दिनों कार्क बाल क्रिकेट प्रतियोगिता चल रहा है। जिसका समापन 28 फरवरी को होगा। दृढ़ इच्छाशक्ति एवं सामूहिक प्रयास के चलते दुलारपाली में एक बड़ा मैदान का निर्माण किया गया है।

दुलारपाली गांव मैं दो फसली खेती की जाती है। कोई भी खाली जगह मैदान के लिए शेष नहीं है। इसके बावजूद भी ग्रामीणों ने अपना प्रयास नहीं छोड़ा। यहां गांव के प्रारंभ में ही सड़क किनारे शासकीय जमीन के नाम पर मात्र 1 एकड़ जमीन थी। जिस पर भी अवैध कब्जा आदि किया गया था। इस जमीन पर गोटिया परिवार का समाधि स्थल हेतु जगह रखा गया था। उन्होंने भी इसे हटाकर उस जगह को मैदान हेतु छोड़ा है। मैदान में ही पौन एकड़ के करीब एक आदिवासी परिवार की जमीन थी जिसको ग्रामीण फंड से खरीद कर उसे मैदान हेतु दान करवाया गया।

इसके अलावा लगभग दर्जनों भर लोगों ने यहां बाड़ी तथा कुछ मकान कुछ मकान भी बना लिए थे जिनको भी यह अन्यत्र स्थानों पर जगह देकर उनके लिए पीएम आवास स्वीकृत कराया गया। जगह मिलने के बाद फिर इसे ग्रामीण फंड, पंचायत एवं रोजगार गारंटी के तहत समतलीकरण का कार्य करवाया गया और एक तरफ की बाउंड्री भी कर दी गई है। पूरे ग्रामीण जनों ने जिससे भी जो सहयोग हुआ उसने मैदान के लिए मदद किए। टीम के कप्तान मनीष साहू ने 100 ट्रीप मिट्टी स्वयं के व्यय से डलवाया।

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