महासमुंद

मोदी जी ने अपने जन्मदिन में लाखों करोड़ों युवाओं को बेरोजगार रहने का तोहफा दिया और भाजपा उसमें जश्न मनाने की तैयारी कर रही:अंकित

बागबाहरा ब्लॉक कांग्रेस कमीटी ग्रामीण के प्रथम अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अंकित बागबाहरा ने बताया कि एक तरफ भाजपा अपनी मोदी भक्ति में देश के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री मोदी का 70 वां जन्मदिन सेवा सप्ताह के रूप में मनाने की नौटंकी कर रही है,दूसरी तरफ़ पूरे कोरोना काल में भाजपा के लोग छत्तीसगढ़ मे गायब रहे ।

आज भी इनको थोड़ी सी भी लज्जा है तो आज कोविड के कठिन समय में शाशन की व्यवस्था जिसमें स्वास्थ कर्मी ,राजस्व कर्मी,पुलिस विभाग अपनी जान की परवाह किये बगैर कोरोना महामारी शुरू होने से लेकर आज पर्यंत अपनी सेवाएं दे रहे है उनपर उंगली उठाने से अच्छा अपने 15 साली डॉ मुख्यमंत्री,उनके डॉक्टर दामाद के नेतृत्व में कोविड सेंटर में कारसेवा करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

हमेशा से जुमलेबाज और झूठी सरकार केंद्र की ये मोदी सरकार की कथनी और करनी का पर्दाफाश इनके 4 सितंबर को भारत सरकार के वित्त विभाग के अधीन आने वाले खर्च के विभाग ने F.No.7(2)E.Coord/2020 के अपने समस्त शाश्कीय विभाग,निगम,मंडल,आयोग को डॉ टी वी सोमनाथन सचिव खर्च विभाग के हस्ताक्षर से जारी पत्र में स्पष्ट लिखा है कि अब किसी विभाग द्वारा कोई नई नौकरियां नही निकाली जाएगी और तो और यदि 1 जुलाई 2020 के बाद निकाली भी गई है और उनका परिपालन नही किया गया है तो वो भी रद्द की जाती है ।

इसके तत्काल बाद उठे तूफान को थामने भारत सरकार के वित्त विभाग ने 6 सितंबर को ट्विटर में जानकारी दे फिर धोखा देना चाहा कि कर्मचारी चयन आयोग,यु पी एस सी और रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के जरिये नौकरियां लगाई जाएंगी । जबकि सच्चाई ये है कि की इनके मंत्री जितेंद्र सिंह राज्यमंत्री कार्मिक,लोक शिकायत एवं पेंशन ने अपने राज्यसभा के वक्तव्य में बताया था कि 2018 से केंद्र में खाली 6 लाख 83 हजार पद आज तक भरे नही गए है । और 2018 2019 में मात्र 2352 लोगों का चयन यू पी एस सी की परीक्षा में हुआ था । रेलवे की निकली 1 लाख 27 हजार 573 पदों की भर्ती का कोई अता पता नही है जिसमें उसने ग्रुप सी और लेवल 1 के पदों में भर्ती की बात की थी।

इससे उलट सच्चाई ये है जो कि इन्ही की शाश्कीय एजेंसियों के आंकड़ें बताते है कि बेरोजगारी दर पिछले 45 सालों के सरवोच्च स्तर पर पहुंच गई है (केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय) के अनुसार और सेंटर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार भारत में 2016 से 2018 के मध्य लगभग डेढ़ करोड़ लोगों ने अपनी नौकरियां खोई और 2018-2019 में ही 60 लाख लोगों ने और नौकरियां खोई और विगत 6 सालों में पहली बार भारत में सबसे कम सरकारी नौकरिया और प्राइवेट नौकरियां लोगों को मिली । ये ऐसे लोग थे जो शिक्षित थे और अभी कोविड के दौर में लगभग 2 करोड़ लोग अपनी नौकरियों से हाँथ धो बैठे है ।

भाजपा ने सत्ता में आते ही बेरोजगार करो का पहला हमला नोटबन्दी दूसरा जी एस टी तीसरा कोरोना संक्रमण में बिना भरोसे में लिए ट्रेन बंद की और लॉकडाउन लगा दिया और हासिल क्या आया आज देश में 13 करोड़ लोग शिक्षित बेरोजगार है । वो तो धन्य है कांग्रेस पार्टी की यु पी ए की सरकार जिसने मनरेगा जैसी योजना का कानून बना दिया जिससे केंद्र को मजबूरी में रोजगार देना जरूरी है जिसे भाजपा के नेताओं ने संसद के अंदर कांग्रेस के ताबूत की अंतिम कील कहा था आज यही योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और भारत जो गाँवों का देश है, उसे संभाली हुई है ।
अंकित ने अंत में कहा कि केंद्र की वर्तमान भाजपा सरकार लगातार लोकतांत्रिक परंपराओं की हत्या करके संघीय ढांचे को खत्म करने का काम कर रही है आज आपदा के समय सबसे पहले खनिज से प्राप्त होने वाला सी एस आर फण्ड का हिस्सा नही दिया,फिर जी एस टी से प्राप्त हुआ लगभग 8000 करोड का हिस्सा नही दिया और बार बार माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के प्रयास व चिट्ठियों के बाद भी इस आपदा के समय किसी प्रकार की कोई जायज मदद नही की जा रही ।

अंकित ने देश प्रदेश के युवा बेरोजगारों से आह्वान किया कि मोदी जी के जन्मदिवस को “बेरोजगारी दिवस” के रुप में मनाएं और सोशल मीडिया में अधिक से अधिक रोजगार दो नही तो गद्दी छोड़ो लिख कर शेयर करें ताकि आत्ममुग्ध ये मोदी सरकार अपनी कुम्भकर्णीय नींद से जाग सके । और भाजपाइयों में यदि थोड़ी भी मर्यादा शेष है तो सेवा सप्ताह की नौटंकी करने की बजाय कोरोना महामारी के रोकथाम में अपने राज्य , अपने जिले,अपने विकास खंड,अपने शहर अपने गाँव में रह रहे लोगों को जागरूक कर जरूरत मंदों की,गरीबों की मदद करें ।

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