अंचल व ग्रामीण इलाके में झोलाछाप डॉक्टरों की दुकाने संचालित बिना किसी डिग्री के द्वारा क्लीनिक संचालन किया जा रहा है

महासमुंद/पिथौरा। अंचल व ग्रामीण इलाके में झोलाछाप डॉक्टरों की दुकाने संचालित हो रही है बुखार, कोविड का भय दिखा कर भोलेभाले ग्रामीणों से हजारों रुपया ऐंठ रहे है स्वास्थ विभाग की निष्क्रियता से ऐसे बगैर रजिस्ट्रेशन डिग्री के तथा कथित डॉक्टरो की दुकानें जोर-शोर से चल रही है.

लेकिन प्रशासन अभी तक इस विषय में किसी प्रकार का कार्रवाई नहीं किया गया है । उल्लेखनीय हो कि मरीज अपनी जान जोखिम में डाल कर ऐसे डॉक्टरों के पास इलाज कराने में मजबूर है जिसके पास डिग्री नहीं है वह भी अपना क्लीनिक खोलकर मरीजों का इलाज करता है ऐसे में ग्रामीणों के जान के साथ खिलवाड़ होता जा रहा है.
इसमें शासन द्वारा किसी प्रकार की कड़ी कार्रवाई ना होने से ऐसे लोगो के हौसले बुलंद है साथ ही साथ ग्रामीणों में आए दिन मरीजों को सही इलाज ना मिल पाने से उनकी स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होता जिससे उनकी हालत गंभीर हो जाती हैं। फिर शहर जाकर इलाज कराने में उसका सारा जमा किया पूंजी खत्म हो जाता है। जिससे वह काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आखिरकार इसका जिम्मेदार झोलाछाप डॉक्टर या प्रशासन?
वही पिथौरा ब्लॉक में ग्राम पंचायत पिरदा में अवैध रूप से बिना किसी डिग्री के द्वारा क्लीनिक संचालन किया जा रहा है प्रतिदिन 20 से 40 मरीजों का इलाज क्या जा रहा है और कोविड-19 को देखते हुए इस लापरवाही में ग्रामीणों को एक दिन बड़ी लापरवाही का सामना करना पड़ सकता है वहीं आसपास के 10 गांव में उक्त फर्जी डॉक्टर के द्वारा इलाज किया जाता है।
बीएमओ से शिकायत
बसना निवासी महिपाल साव द्वारा पिथौरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्रीमती तारा अग्रवाल से झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही की मांग की गई है शिकायत में महिपाल साव ने बताया कि भोलेभाले ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों के चुंगल में फस कर अपनी जमापूंजी लुटा रहे है स्वस्थ के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
शिकायत के आधार पर हमारी टीम द्वारा जल्द कार्यवाही की जाएगी, जिला चिकित्सा अधिकारी को मामले से अवगत कराया गया है जल्द कार्यवाही होगी. श्रीमती तारा अग्रवाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी पिथौरा