सरायपाली

सरायपाली: कुमकुम सर्जिकल हॉस्पिटल मामले पर प्रवीण कुमार शर्मा पर प्रशासन मौन क्यों नहीं हो रही कार्यवाही?

देशराज दास सरायपाली : कुमकुम हॉस्पिटल के संचालक डॉ.प्रवीण कुमार शर्मा पर प्रशासन मौन क्यों है?

▪️ क्या है सच – क्या प्रवीण कुमार शर्मा फर्जी डॉक्टर है?
▪️ आखिर जांच में समय क्यों?
▪️ फर्जी है डॉ.प्रवीण कुमार शर्मा तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं?
▪️ डॉ.प्रवीण कुमार शर्मा फर्जी नहीं है तो अपना एमबीबीएस,एमएस की डिग्री क्यों अपने संबंधित विभाग क्यों पेश नहीं कर रहे?

आपको बताते है आखिर क्या था पूरा मामला: सरायपाली कुमकुम हॉस्पिटल को एसडीएम हेमंत नंदनवार ने 26 जुलाई को छापामार कार्यवाही कर हॉस्पिटल को सील किया था. जानकारी के अनुसार कुमकुम हॉस्पिटल संचालक डॉक्टर प्रवीण शर्मा मौके में उपस्थित नहीं थे.

इस संबंध में हमने फोन के माध्यम से एसडीएम सरायपाली हेमंत नंदनवार को फ़ोन के माध्यम से संपर्क किया उन्होंने बताया कि जल्द कार्रवाई की जाएगी।

लेकिन आज 23 दिन होने के बाद भी कार्यवाही जीरो है अब देखने की बात है संबन्धित अधिकारी आखिर कब तक करेंगे कार्रवाई। आखिर कार्रवाई में समय क्यों?

आखिर क्यों हुआ था हॉस्पिटल सील- बिना अनुमति के ऑपरेशन एवं छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसलिंग में रजिस्ट्रेशन न होने के कारण कुमकुम हॉस्पिटल के ओपीडी, एक्सरे, आईसीयू को सील किया गया था।

आपको बतादे बस्ती सरायपाली रोड डाक घर के सामने सरायपाली में कुमकुम सर्जिकल हॉस्पिटल का शुभारंभ 18 जनवरी को सरायपाली विधायक किस्मतलाल नंद ने हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था.डॉ. प्रवीण कुमार शर्मा अपने आपको अनुभवी चिकित्सक (MBBS, MS, Gold Medalist) जनरल सर्जन के बताते है

आपको बतादे की 2013 में प्रदेश सरकार ने नर्सिंग होम एक्ट लागू किया था जिसके तहत हॉस्पिटल संचालक को हॉस्पिटल चालू करने के पूर्व ही लाइसेंस लेना पड़ता है,लेकिन कुमकुम हॉस्पिटल को खुले करीब 3 से 4 महीने होने के बाद भी बिना लाइसेंस बिना कुमकुम हॉस्पिटल संचालन किया जा रहा था।

  • इस संबंध में फ़ोन के माध्यम से डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि मैं अपना केश न्यायालय मे लगाया हूँ मामला विचारधीन है मैं अभी कुछ नहीं बता पाउँगा.

इस संबंध में जानकारी के लिए सरायपाली खंड चिकित्सक अधिकारी बी.बी. कोसरिया को फोन किया गया पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं की.

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