सरायपाली :फर्जी डॉक्टर पर क्यों नहीं हो रही f.i.r.? कुछ दिनों पहले एसडीएम ने किया था अस्पताल सील,क्या प्रशासन नहीं कर सकती कार्रवाई?

देशराज दास सरायपाली : कुमकुम हॉस्पिटल पर एसडीएम हेमंत नंदनवार ने 26 जुलाई को छापामार कार्यवाही कर हॉस्पिटल को सील किया था वहीं हॉस्पिटल संचालक प्रवीण शर्मा मौके से नदारद रहे थे.
प्रशासन की नाक के नीचे ये सब चल रहा है इसके बावजूद इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुमकुम हॉस्पिटल संचालक डॉक्टर प्रवीण शर्मा अपनी हॉस्पिटल में रोजाना बैठ रहे हैं फिर भी इन पर कुछ कार्रवाई नहीं हो रही .
इस संबंध में हमने फोन के माध्यम से एसडीएम सरायपाली हेमंत नंदनवार को फ़ोन के माध्यम से संपर्क किया उन्होंने बताया कि जल्द कार्रवाई की जाएगी।
आखिर क्यों हुआ था हॉस्पिटल सील- बिना अनुमति के ऑपरेशन एवं छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसलिंग में रजिस्ट्रेशन न होने की बात कही गई थी। कुमकुम हॉस्पिटल के ओपीडी, एक्सरे, आईसीयू को सील किया गया था।
आपको बतादे 2013 में प्रदेश सरकार ने नर्सिंग होम एक्ट लागू किया था जिसके तहत हॉस्पिटल संचालक को हॉस्पिटल चालू करने के पूर्व ही लाइसेंस लेना पड़ता है,लेकिन कुमकुम हॉस्पिटल को खुले करीब 3 से 4 महीने होने के बाद भी बिना लाइसेंस बिना नर्सिंग होम के कुमकुम हॉस्पिटल संचालन किया जा रहा था।
- इस संबंध में डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि मुझ पर जो आरोप लगाए हैं वह सारे झूठे हैं मैं अपना कागज न्यायालय पर पेश किया हूं
जैसे की डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि उन पर जो आरोप है वे गलत है लेकिन सोचने वाली बात है अगर डॉक्टर फर्जी नहीं है तो क्यों अपना डॉक्टरी डिग्री सम्बंधित विभाग में क्यों पेश नहीं कर रहे हैं? इसमें सोचने वाली बात है की सत्य क्या है पर कुछ कागजों से पता चलता है कि डॉ प्रवीण शर्मा फर्जी है पर इसकी पुष्टि छत्तीसगढ़ भूमि न्यूज़ नहीं करता।