महासमुंद/बागबाहरा: देश और राज्य सरकार में कर्ज लेने की सोच का अंतर सबको जरूर जानना चाहिए : अंकित

महासमुंद/बागबाहरा। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के प्रथम अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी अंकित बागबाहरा ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से माननीय भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार द्वारा लिए जा रहे जनहित के निर्णय के ऊपर लगातार पूरी प्रदेश की जनता हर्ष व्यक्त कर रही है वहीं दूसरी तरफ केंद्र में बैठी भाजपा लगातार छत्तीसगढ़ के हितों को अनदेखा करते हुए यहां के जितनी भी आवश्यक चीजें हैं यहां पर मिलने वाले जितने भी आवश्यक टैक्स हैं उनके पैसों को रोक रही है उनकी सुविधाओं को रोक रही है और जो छत्तीसगढ़ के किसान हित में मजदूरों के हित में प्रदेश के हित में जो फैसले लिए जा रहे हैं उस को बदलने का लगातार दबाव डाल रही है ।
और दूसरी तरफ स्थानीय भाजपा नेता केंद्र की भाजपा से छत्तीसगढ़ के हित में सवाल पूछने की जगह केंद्र की भाजपा को छत्तीसगढ़ के हित में बात करने से परहेज कर और छत्तीसगढ़ के हित में कैसे व्यवधान पैदा किया जा सके उस बारे में लगातार केंद्रीय मंत्रियों को और प्रधानमंत्री को खुश करने के लिए छत्तीसगढ़ के किसान और छत्तीसगढ़ की जनता से कुठाराघात करने में लगे हैं ।
इसका प्रमाण है कि आज दिनांक तक लगभग 18000 करोड रुपए की चपत छत्तीसगढ़ राज्य को केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लगाई है, जिसमें 14628 करोड रुपए राज्यों की करो की हिस्सेदारी में कमी कर दी है 3700 करोड रुपए जीएसटी के आज भी अगर दिए हैं तो कर्ज के रूप में दिए वह भी कुल मिलाकर 18000 करोड रुपए का राज्य के हक़ का पैसा भी नही दिया जिसके कारण राज्य की कांग्रेस सरकार को कर्ज लेना पड़ रहा है ।
वहीं सच जो जनता को जानना जरूरी है कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उस समय गुजरात में मात्र 45 हजार करोड़ का कर्जा था और जिस दिन वह मुख्यमंत्री पद से हटे उस दिन गुजरात राज्य पर पौने दो लाख करोड़ का कर्जा था ठीक उसी प्रकार वर्तमान समय में दो हजार अट्ठारह उन्नीस में भारत देश के मोदी ने प्रधानमंत्री रहते 8 लाख 48 हजार 338 करोड रुपए का कर्ज लिया, 2019 में 9 लाख 94 हजार 179 करोड रुपए का कर्ज लिया गया याने मात्र दो साल में ही लगभग 18 लाख करोड़ का कर्ज मोदी सरकार ले चुकी है और ठीक उसी प्रकार 2021-22 में लगभग 14लाख65 हजार 17 करोड रुपए का कर्जा लेने की तैयारी चल रही है ।
अब अगर बात करें सिर्फ छत्तीसगढ़ तो जिस दिन छत्तीसगढ़ प्रदेश से भाजपा सरकार गई उसने इस प्रदेश पर लगभग 40 हजार 695 करोड रुपए का कर्जा छोड़ा और कांग्रेस सरकार ने जो आज दिनांक तक 30317 करोड का कर्जा यदि लिया भी है तो उसमें 8742 करोड रुपए किसानों का कर्जा माफ किया है,300 करोड़ रुपये सिंचाई कर माफ किया है,बिजली बिल हाफ किया है,35 किलो प्रति राशन कार्ड चांवल दे रही है,16000 शिक्षा कर्मियों को रेगुलर करने का काम किया है । 18-19 में 5978 करोड रुपए अंतर की राशि दी है और 5750 करोड की अंतर की राशि की आखरी किश्त देने वाली है । 5 लाख किसानों को बिजली मुफ्त दे रही है । नए विद्यालय व महाविद्यालय खोल रही है ।
दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की पूर्व की भाजपा सरकार ने जिओ के मोबाइल बांटने के लिए कर्ज लिया चप्पल बांटने के लिए कर्ज लिया टिफिन बांटने के लिए कर्ज लिया जिओ के टेबलेट बांटने के लिए कर्ज लिया और अपने जितने भी व्यवसायिक मित्र हैं दामाद हैं बेटे हैं उनको सुख सुविधा पहुंचे उसके लिए कर्ज लिया,नान घोटाले के लिए कर्ज लिया । जबकि आज छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसानों के लिए कर्ज ले रही है यहां के संस्कृति को जीवित करने के लिए कर्ज ले रही है, राम वन गमन बन सके,मां कौशल्या का मंदिर बड़ा हो सके और जो संस्कृति है जो खत्म होती जा रही थी,
यहां की जो वन संपदा है और जो यहां पर स्थानीय रूप से उगने वाली चीजें हैं उसको सही कीमत मिल सके इसके लिए अगर कोई काम कर रही है तो कांग्रेस सरकार कर रही है और अगर कर्जा लेना पड़ रहा है तो उन चीजों को सुविधाजनक ढंग से करने के लिए लेना पड़ रहा है , और कांग्रेस सरकार की ये उपलब्धि है कि दो वर्ष के अल्प कार्यकाल में 36 में से 24 घोषणाओं को पूरा भी कर लिया गया है ।