बसना /भवरपुर: शास. बालक उच्च. माध्य. विद्यालय भंवरपुर में शैक्षिक कार्रवाई के माध्यम से सेवा और सशक्तिकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन

बसना /भवरपुर: नेहरू युवा केंद्र महासमुंद (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) एवं शास.बालक उच्च. माध्य. विद्या.भंवरपुर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 318 के संयुक्त तत्वधान में सेवा( स्वैच्छिक कार्रवाई के माध्यम से सेवा और शशक्तीकरण) कार्यक्रम का आयोजन जिला युवा अधिकारी श्री अदनान पॉल के निर्देशानुसार किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री टी के पटेल प्राचार्य शा.बा.उ.मा.वि भंवरपुर विशिष्ट अतिथि श्री एन के दीवान पूर्व रा.से.यो. कार्यक्रम अधिकारी श्री ए वी कदम,व्याख्याता एस.अली रासेयों कार्यक्रम अधिकारी एवं खिलेश बरिहा जी द्वारा प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानंद छत्तीसगढ़ महतारी, एवं सरस्वती माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।,
अतिथियों के स्वागत सत्कार के पश्चात मुख्य अतिथि ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा हमारे परिवार के कुल दीपक, समाज के भावी कर्णधार एवं राष्ट्र के स्वर्णिम भविष्य हैं, नई पौघ, निर्माता एवं समाज की आधार शीला हैं। अत: हमें बालकों को कु-पोषण, संक्रामक रोग, बुरी आदतों, कु-संस्कारों, कुसंगती, बुरे-व्यसन से बचाने के लिए पूर्ण जागरूक रहना होगा। उनके बौद्धिक विकास, सु-संसकारों एवं चरित्र निर्माण हेतु हमें पूर्ण सजगता बरतनी होगी। उनके उज्जवल भविष्य के निर्माण हेतु उन्हें शिक्षा दिलाने की परम् आवश्यकता है। उनके लिए हमें विद्यालय एंव सार्वजनिक पुस्तकालय स्थापित करने होगें। बालकों के शारीरिक गठन को सुदृढ बनाने हेतु व्यायाशाला एवं खेल मैदान का निर्माण करना होगा। उनके सुरूचि पूर्ण साधन उपलब्ध कराने होंगे, साथ ही उनके अन्दर समाज एवं राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत करनी होगी। उन्नतशील एवं प्रगतिशील समाज के एक मात्र उपकरण चरित्रवान एवं प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के युवा ही होते हैं, इनके आभाव में अन्य सुविधा-साधन होते हुए भी अभीष्ट लक्ष्य की प्राप्ति नही की जा सकती है|
युवाओं के व्यक्तित्व में सुधार लाने, उनमें नेतृत्व के गुण विकसित करने एवं उनमें ज़िम्मेदार नागरिक के गुण और The role of youth in society स्वयंसेवा की भावना उत्पन्न करने के उद्देश्य से हर माता-पिता को चाहिए कि वे लड़के-लड़कियों के चरित्र व कार्यों पर पूर्ण निगाह रखें और उन्हें पूर्णरूप से चरित्रवान व्यक्ति बनायें, साथ ही युवाओं को समाज एवं राष्ट्र के प्रति उन्हें अपनी जिम्मेदारी एवं कर्तव्यों का पूर्ण बोध करना होगा, एन.के दीवान ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब भी बदलाव का दौर आया है, उसमें सबसे अधिक योगदान युवाओं का रहा है| समाज को विकास पथ पर ले जाने और उसकी चुनौतियों से लड़ने में युवाओं का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है, इसलिए युवा बुरेमार्ग, कुसंगति,बुरी-आदतों में समय और अपने जीवन को व्यर्थ न गवाएं बल्कि समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें और उनका पूर्ण रूप से निर्वाहन करें ,अंतिम वक्ता के रूप में खिलेश बरिहा ने सेवा कार्यक्रम की गतिविधियों को विस्तारग्रामीण युवाओं को राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में शामिल करना। उनमें ऐसे कौशल एवं मूल्यों को विकसित करना जिससे कि वे आधुनिक, धर्मनिरपेक्ष तथा तकनीकी राष्ट्र के उत्तरदायी एवं सृजनकारी नागरिक बन सके।
इस बीच खेल कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें संखली खेल ( सामुहिक) में प्रथम 11 वीं (विज्ञान)से राहुल, नीलांचल, गोकुल, प्रतीक, शेखर ,चित्रसेन, एवं द्वितीय स्थान पर 12वीं (कला ) के प्रेमसागर तरुण राकेश, डमरूधर, सुजल, जयंत रहें, कितने भाई कितने खेल में प्रथम स्थान पर योगेश मिरी एवं द्वितीय स्थान पर होरीलाल खुटे रहे ।सभी विजेताओं को मेडल व पेन भेंट कर सम्मानित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में एच .आर. चौहान ,श्रीमती अनुसुइया पटेल , डी सी सतपथी, डी.के. बंधु , सहित छात्र गण में योगेश मिरि,होरिलाल खुटे खिलेश मानिकपुरी नीरज दास प्रभात दास निलकुमार सोनवानी केशव सिदार यशवंत नेवरा,बेदराम मिर्झा तरुण सिदार टेक राम सिदार,नयन पंडा हितेश,फिरोज दास, नरेंद्र दास इत्यादि सहित रासेयो स्वयंसेवकों सहित भारी संख्या में उपस्थित रहे। तत्पश्चात सभी को स्वल्पाहार वितरण किया गया। कार्यक्रम के अंतिम कड़ी में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक केदारनाथ दीवान ने आभार प्रदर्शन कर कार्यक्रम का समापन किया। उक्त जानकारी राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक ने दी है।