
देशराज दास महासमुंद/बसना। बसना से कुड़ेकेल सुरंगी नाला तक सड़क मार्ग बेहद जर्जर साल भर से अधिक हो गया इस पर शासन प्रशासन पी डब्ल्यू डी विभाग की कोई सुध तक नही ली यह मार्ग दिनो दिन और भी जर्जर अवस्था तब्दील होता जा रहा है आपको यह बता दें कि अनेकानेक बार समाचार पत्रों और सोशल मीडीया पर यह लग चुकी है और मार्ग बनाने के नाम पर आश्वासन ही मिला ।
यह अरेकेल डीपा से कुड़ेकेल सुरंगी नाला तक सड़क मार्ग बेहद जर्जर हालत में हैं, उस मार्ग पर स्थित पुल भी दयनीय अवस्था में जिसे प्रशासन बोर्ड लगा कर रोड और पुल को भूल गई है या कोई गंभीर बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार कर रही है ।जिस मार्ग से होकर ग्राम कुड़ेकेल,जमड़ी,पोटापारा मुड़पार के अलावा और कई गांवों के लोग, स्कूली छात्र-छात्राएं अध्ययन अध्यापन और अपने रोजमर्रा की आवश्यकता व कार्य के लिए ब्लाक मुख्यालय बसना आते जाते है.
किन्तु जर्जर मार्ग से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कई स्कूली बच्चे इन सड़कों में गिर जाते है तो कई लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। सड़क मार्ग के साथ ही कुडेकेल पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है, यहां यह बताना आवश्यक हो रहा है कि उक्त पुल और सड़क मार्ग बरसात शुरू होने के पूर्व से ही ख़राब, जर्जर हालत में हैं फिर भी सरकार के नुमाइंदे बरसात पूर्व सड़कों की मरम्मत करना मुनासिब नहीं समझे या ध्यान नही दिया, जिसका खामियाजा आज वोट देकर सरकार बनाने वाले जनता को भुगतना पड़ रहा है।
सरकार सड़क निर्माण व सुधार कार्य के लिए लाखों करोड़ो खर्च कर रही है पर सिर्फ खानापूर्ति व लापरवाही ही हो रही है ।इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा ठेकेदार या फिर वह अधिकारीगण जो मुक दर्शक बन जाते हैं? ग्रामीणों का कहना कोई विशेष कार्यक्रम में ही या चुनाव समय पर ही स्थानीय नेता गांवों में नजर आते है उसके बाद जनता को अपने हाल में छोड़ देते हैं।अब देखने वाली बात है कि उक्त सड़क मार्ग और पुल को सुधारने में सरकारी अमले को कितना साल लगेंगे?