महासमुंद

महासमुंद/बेलसोण्डा: गुरूवार को दिन दहाड़े हुये गोली काण्ड हत्या का खुलासा,पहले दिन का प्लान हुआ फैल फिर दूसरे दिन कनपटी में गोली मारकर उतारा मौत के घाट..! पढ़ें पूरी खबर

छात्रा की हत्या का खुलासा : दो वर्षों से चल रहा था प्रेम-पसंग,घर वालो को पसंद नही था प्रेमी..! हत्या में सहयोग के लिए दोस्तों को दिया 70 हजार रु..! पहले दिन का प्लान हुआ फैल फिर दूसरे दिन कनपटी में गोली मारकर उतारा मौत के घाट..!

महासमुन्द।थाना कोतवाली के ग्राम बेलसोण्डा में गुरूवार को दिन दहाड़े हुये गोली काण्ड हत्या का खुलासा किया है । इस घटना को अंजाम देने वाला प्रेमी ही निकला मास्टर माइंड। आरोपी प्रेमी के अन्य दो साथियों साथ मिलकर रचा था हत्या का षड़यंत्र पहले दिन असफल होने पर दुसरे दिन दिया हत्या को अंजाम आरोपी के दो अन्य साथी भरतलाल निषाद व गोपाल यादव को ग्राम मुढेना में घेराबंदी कर पुलिस ने पकड़ा ।

पिता ने लिखाई रिपोर्ट
प्रार्थी ने थाना महासमुंद में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह अपने काम से भगवती हाॅटल बेलसोण्डा काम में गया था कि करीबन 12.45 बजे दोपहर मेरी बहु कलेन्द्री एवं बडी बेटी हेमलता ने मुझे फोन कर बताये कि नदी मोड घोडारी का निवासी चन्द्र शेखर परमार अपने दो अन्य साथियों के साथ घर के पास गली में आया था और करीबन 12.30 बजे रूपा को कनपट्टी पर गोली मार दिया है ।

जिसके बाद तुरंत अपने घर पास पहुचा तो देखा की छोटी बेटी रूपा वही गली पर जमीन पर चित पढी हुई थी रूपा के कनपट्टी से बहुत खून बह रहा था, रूपा को तत्काल मोटर सायकल में अस्पताल ले जा रहे थे रास्ते में ही रूपा की मृत्यु हो गयी थी।

हथियार हुआ बरामद
थाना सिटी कोतवाली व सायबर सेल की टीम द्वारा टीम बना कर अलग-अलग आरोपीयों की पता तलाश प्रारंभ किया। थाने से सूचना मिली की आरोपी चन्द्र शेखर डर के कारण थाने में आकर सरैण्डर कर दिया है। तथा दो अन्य साथी भरतलाल निषाद व गोपाल यादव को ग्राम मुढेना में घेराबंदी कर पकडा गया। आरोपीयों की तलाशी लेने पर आरोपी चन्द्र शेखर अपने पीछे कमर में छुपा कर रखा 01 नग देशी कट्टा व 01 नग जिंदा कारतुस तथा दो साथियों पास रखे 01-01 चाकू मिला जिसे जप्त किया गया।

02 वर्षो से था प्रेम-प्रसंग
आरोपी को उक्त हत्या के संबंध में पूछताछ करने पर गोल-मोल जवाब देता रहा। जवाब में भिन्निता पाई जाने पर आरोपी से कडाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबुल किया और बताया कि मेरा मृतक रूपा धीवर के साथ पिछले 02 वर्षो से प्रेम-प्रसंग था उनके घर वालो को मै पसंद नही था तथा उनके घर वाले मेरे प्रति उसे भडका कर मेरे से दूर रहने को कहा गया जिससे रूपा धीवर मेरा प्रस्ताव ठुकरा दी थी और शादी करने से मना कर दी थी।

तब मेरा दिमाग फिर गया और मौके देखर मै रूपा धीवर को मार दिया। थाना सिटी कोतवाली व सायबर सेल की टीम दो साथियों के बारे में पूछने पर बताया कि रूपा धीवर की हत्या करने में सहयोग करने के लिये मेरे दो अन्य साथी भरतलाल निशाद एवं गोपाल यादव प्लान में शामिल किया। हत्या में सहयोग करने के लिए 70,000/- रूपये में भरतलाल से बात-चीत हुई थी।

पहले दिन का प्लान हुआ फेल
10 फरवरी को भी चन्द्र शेखर व भरतलाल निषाद नेरूपा धीवर की हत्या करने बेलसोण्डा तालाब के पास नहाने के लिए आनेका ईन्तजार कर रहे थे परन्तु रूपा धीवर के नही आने पर उनकाप्लान सफल नही हो सका जो अगले दिन 11 फरवरी को पुनः तीनों ने मिलकर रूपा धीवर की उसके घर के पास गली देशी कट्टे कनपट्टी पर गोली मार हत्या कर घटना अंजाम देने में सफल हुये।

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