रायगढ़

नहीं मिल रहा आवास की किस्त, सर्दियों में सार्वजनिक मंच पर रहने को मजबूर है परिवार

उच्चाधिकारियों की मॉनिटरिंग भी कटघरे में खड़ी नजर आ रही

खरसिया। सरकार द्वारा जरूरतमंदों के परिवारों को छत देने की महत्वपूर्ण योजना तो चलाई जा रही है, परंतु सरकारी नुमाइंदे ही इस कदर लापरवाह देखे जा रहे हैं कि महीनों गुजर जाने के बाद भी पीएम आवास की किस्त ना मिलने के कारण परिवार को सार्वजनिक मंच पर फ्लेक्स बोर्ड और चादर तानकर जीवनयापन करने की मजबूरी बनी हुई है।

खरसिया जनपद की पंचायत रजघट्टा के आश्रित ग्राम छोटेडूमरपाली का यह मामला जिला पंचायत सीईओ जनपद सीईओ सहित सभी उच्चाधिकारियों की मॉनिटरिंग पर भी सवाल खड़े कर रहा है। बता दें कि लगभग 6 माह पूर्व जब पीएम आवास की पहली किस्त मिली तब परिवार ने पक्के मकान के सपने देखे और अपनी खुशहाल झोपड़ी को ढहा दिया।

परंतु इतनी कम राशि में मकान कैसे बनता। वहीं दूसरी किस्त लंबे समय से ना मिलने के कारण यह परिवार इन सर्दियों में भी नन्हे बच्चों को साथ लेकर सार्वजनिक मंच पर रहने को बेबस है। ताज्जुब इस बात पर भी है कि जब इस बाबत पंचायत सचिव से बात की गई तो उन्होंने अपनी पंचायत में ऐसे किसी भी मामले से साफ तौर पर मना कर दिया। जबकि तस्वीरें बयां कर रही हैं कि परिवार किन कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहा है।
ग्रामसभा में उठी सचिव बदलने की मांग

बता दें इस वर्ष पंचायत द्वारा रुपए 986986 खर्च करना शो तो किया जा रहा है, वहीं ग्राम पंचायत डेवलपमेंट प्लान के तहत मात्र 3 बोरवेल एवं 1 तालाब के गहरीकरण की बात सरपंच गणेशी-गणपत द्वारा बताई गई है। ऐसे में ग्रामपंचायत रजघटा की मनमानियों से तंग आकर ग्रामीणों ने 6 नवंबर को आयोजित ग्रामसभा में सचिव को बदलने की पुरजोर मांग की है। हालांकि सचिव का तबादला कर देना कोई हल नहीं होगा, जरूरत तो इन मनमानियों पर अंकुश लगाने की है।

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