महासमुंद

किसानों की बात पर नौटंकी करने वाले भाजपाइयों को हल्ला बोलना तो छोड़े बोलने तक का अधिकार नही उनसे मेरा सवाल: अंकित

महासमुंद। बागबाहरा ब्लॉक कांग्रेस कमीटी ग्रामीण के प्रथम अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अंकित बागबाहरा ने भाजपा के धरने को उनकी बेशर्मी की पराकाष्ठ निरूपित किया और पूरे के पूरे झूठे और मोदी भक्तों का गिरोह निरूपित किया ,जिनका जनता की असल समस्या और जरूरतों से कोरोना के समय केंद्र से राज्य के लिए विशेष पैकेज की मांग,बेरोजगारों के लिए रोजगार की मांग करने की जगह ये आज भी सुशांत की आत्महत्या,कंगना को सुरक्षा देने में ही व्यस्त है मेरा उनसे सवाल है कि.

1) 15 साल छत्तीसगढ़ में सत्ता में रहे किसानों के लिए कब आवाज उठाई ?
2) 2013 के चुनाव में 2100 और बोनस देंगे बोल बोल के किसानों को ठगा तब आवाज क्यों नही उठाई?
3) जब जब किसानों का बोनस बकाया था तब आवाज क्यों नही उठाई?
4) जब छत्तीसगढ और बागबाहरा विकास खंड के किसान आत्महत्या कर रहे थे तब आवाज क्यों नही उठाई? उन किसानों को शराबी और गलत कर्ज लिया बोला गया तब आवाज क्यों नही उठाई?
5) जब रमन सिंह 10 कविंटल खरीदी करूंगा बोले तब आवाज क्यों नही उठाई?और जब 14.85 कविंटल खरीदा, 1 नवंबर के बाद धान खरीदा तब आवाज क्यों नही उठाई ?
6) 2016 से 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के प्रधानमंत्री की बात पर आवाज क्यों नही उठाते ,जबकि आज उस बात को 4 साल बीत गए ?
7) किसान सम्मान निधि पूरे किसानों को नही मिल रही उसे दिलवाने और 15000 रुपये प्रति किसान दिलवाने आवाज क्यों नही उठाते?
8) किसानों का समर्थन मूल्य 2500 कर देने केंद्र से मांग क्यों नही करते?
9)  msp पर किसान की फसल खरीद की अनिवार्यता का अध्यादेश लाने की मांग के लिए आवाज क्यों नही उठाते?
10) केंद्र से किसानों की रवी की फसल भी खरीदने की मांग हेतु आवाज क्यों नही उठाते ?
11) कृषि उपयोगी सामानों में जब gst लगाया गया तब आवाज क्यों नही उठाई?
12) केंद्र द्वारा हाल ही में छत्तीसगढ़ का धान लेने से मना किया था,चावल लेने से इनकार किया था उसके खिलाफ़ आवाज क्यों नही उठाई?
13) कोरोना काल मे जब यहां के निर्वाचित सांसदों ने 1 रुपये भी छत्तीसगढ़ प्रदेश को नही दिया तो आवाज क्यों नही उठाई?
14) कोरोना में जरूरत के समय gst का हक़ का 2500 करोड़ रुपये छत्तीसगढ़ को दिलवाने,सी एस आर फण्ड का पैसा राज्य को दिलवाने आवाज क्यों नही उठाते?

और आज जब छत्तीसगढ़ में पहली बार एक किसान पुत्र श्री भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री बना औऱ उसने पूरे किसानों का कर्जा माफ कर दिया,जल कर माफ कर दिया,2500 में दो साल से धान खरीद लिया,गौठान बनाया,गौ धन न्याय योजना के तहत गोबर की तक खरीद कर रहा,तेंदुपत्ता की कीमत 2500 से बढ़ाकर 4000 कर दिया,7 से 30 वनोपजों को समर्थन मूल्य में खरीद शुरू कर दिया,सभी का बिजली बिल हॉफ किया,प्रति राशन कार्ड 35 किलो चांवल की फिर शुरुआत की,ए पी एल परिवारों को भी 10 रुपये किलो चावल शुरू किया,छत्तीसगढ़ के 5 त्योहारों पर पहली बार छुट्टी घोषित की और राम के नाम पर 15 साल सत्ता में रहे और सिर्फ भ्रष्टाचार करते रहे भाजपाई और जब एक कांग्रेसी माटीपुत्र भूपेश बघेल ने मात्र 2 साल के अंदर माता कौशल्या के मंदिर को भव्यता प्रदान करना और राम वनपथ गमन को प्रमाणित स्वरूप प्रदान करना जैसे कार्य किये ।

बजाय की छत्तीसगढ़ में पहली बार राम राज लाने वाली किसान,गरीब मजदूरों की सरकार लाने वाले को साधुवाद देने की जगह पुनः छत्तीसगढ़ की जनता को झूठ और फरेब से भरमाने में लगे है ऐसे लोग पता नही घर मे किसानों को मजदूरों से नजर भी कैसे मिला पाते है,जिन्होंने कभी ना किसान की बात की ना ही उनका भला किया, छत्तीसगढ़ के किसान भाई आज समझ चुके है कि उनका असली हितैषी कौन है और वो अब इन झूठे भाजपाइयों के झांसे में नही आने वाले ।

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