रायगढ़

मणिपुर में हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले कर्नल विप्लव त्रिपाठी के साथ 4 जवान शहीद,पूरी छ.ग.के लोगो ने भी जताया दुख

रायगढ़: मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर आतंकी हमला हुआ है. सेना की टुकड़ी पर चुराचांदपुर के सिंघट के पास घात लगाए आतंकियों ने आईईडी से अटैक कर दिया. हमले में असम  राइफल्स के सीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए हैं. सीओ के परिवार के दो लोगों की भी मौत हुई है. इस हमले में छत्तीसगढ़ के वीर सपूत रायगढ़ निवासी कर्नल विप्लव त्रिपाठी (41) शहीद हो गए हैं. ये असम राइफल्स में कूगा में कर्नल के पद पर पदस्थ थे. कर्नल विप्लव त्रिपाठी के अलावा उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी (38) और पांच साल के बेटे अबीर त्रिपाठी की भी मौत हुई है.

रायगढ़ के रहने वाले थे कर्नल विप्लवअसम राइफल के कमांडिंग आफिसर कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले थे. वे रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के पुत्र थे. कर्नल विप्लव का जन्म 1980 में हुआ था. उन्होंने आठवीं तक की पढ़ाई छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में की थी, उसके बाद सैनिक स्कूल रीवा में पढ़ाई की. फिर असम राइफल में लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर पदस्थ रहे. शहीद विप्लव ने डिफेंस स्टडी में एमएससी की थी.

मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर आतंकी हमलाहुआ है. इस आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हुए हैं. जबकि त्तीसगढ़ के वीर सपूत रायगढ़ निवासी कर्नल विप्लव भी शहीद हो गए हैं. कर्नल विप्लव के अलावा उनकी पत्नी अनुजा और बेटे की भी मौत हुई है.

इसके बाद उन्हें प्रमोशन मिला था.चेक पोस्ट का निरीक्षण करने गए थे कर्नल, शनिवार को साथ था पूरा परिवार घटना शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे मणिपुर में हुई है. रोजाना की तरह चेक पोस्ट का निरीक्षण करने के लिए वे अपनी तीन गाड़ियों के काफिले के साथ निकले थे. आज उनके साथ उनका परिवार मौजूद था. जब कर्नल चेक पोस्ट का निरीक्षण कर लौट रहे थे, उसी बीच आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. कर्नल की गाड़ियों के काफिले में पहली गाड़ी ब्लास्ट से उड़ गई, जबकि बीच की गाड़ी में खुद कर्नल और उनका परिवार मौजूद था. ऐसे में ब्लास्ट के बाद दोनों बची हुई गाड़ियों पर आतंकियों ने मोर्टार और गोलियों की बौछार शुरू कर दी.

इलाज के दौरान हुई बेटे की मौतहमले में घटनास्थल पर ही कर्नल विप्लव शहीद हो गए. घटना में मौके पर ही उनकी पत्नी की भी मौत हो गई. जबकि बेटा अबीर त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद शहर में शहीद के परिवार के घर सांत्वना देने के लिए लोग उमड़ पड़े.

 

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