छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना रायपुर जिला अध्यक्ष राजकुमार साहू को पदमुक्त किए जाने पर शहर जिला उपाध्यक्ष भूपेन्द्र निर्मलकर ने दिया इस्तीफा

छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ियावाद की जब भी बात आती है, तो लोगों के जहन में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना की याद आती है। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ियों के हक और अधिकार की लड़ाई जोर-शोर से लड़ रही है। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 15 साल के लम्बे समय सत्तासीन भाजपा सरकार के समय में स्थानीय आम छत्तीसगढ़ियों के विकास नहीं के बराबर हुआ,

बल्कि दीगर प्रांत से आकर बसे लोगों, सेठ साहूकारों को शासकीय व अन्य निजि औद्योगिक क्षेत्रों में प्राथमिकता दी गई। तब छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना इस अनियमितता को खतम कर छत्तीसगढ़ियों को आगे बढ़ाने की लड़ाई में मील का पत्थर साबित हुई। और लगातार अपने मुहीम में आगे बढ़ रही है, जो बेशक आम छत्तीसगढ़ियों को आपस में कदम से कदम मिलाकर एक दूसरे के साथ चलने की प्रेरणा दी रही है।

मगर छत्तीसगढ़ियों की आवाज बन चुकी छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना में आपसी कलह का जहर कहीं से घूलकर सामने आ रही है, जिसे नजर अंदाज करना कहीं छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया राज स्थापित करने के सपने को चकनाचूर न कर दे। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के रायपुर शहर जिला अध्यक्ष राजकुमार साहू को पदमुक्त करने के कारण छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना में उथल-पुथल मची हुई है। वहीं रायपुर शहर के जिला उपाध्यक्ष भूपेन्द्र निर्मलकर ने भी इस्तीफा देकर प्रदेश कमेटी के इस फैसले का विरोध कर दिया है। आगामी प्रदेश कमेटी के बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों एवं सभी जिला के पदाधिकारियों के शामिल होने की सूचना मिली है, जिसमें कलह की वजह बन चुके पदाधिकारियों में फेर बदल करे जाने की बात सामने आई है।

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