बसना मंडी में करोड़ों का घोटाला! महेंद्र साव ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
बसना कृषि मंडी ने— कहा, कोई गड़बड़ी नहीं, सभी सौदे नियमानुसार

बसना: अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश महामंत्री महेंद्र साव ने बसना कृषि उपज मंडी में बड़े घोटाले का आरोप लगाते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बसना नगर में प्रेस वार्ता में महेंद्र साव ने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार 1 जनवरी से 1 जुलाई 2025 तक मंडी में एक भी सौदा पत्र जारी नहीं हुआ, जबकि क्षेत्र की 100 से अधिक ग्राम पंचायतों में रबी सीजन में 900 टन से अधिक धान का उत्पादन हुआ था। इसके विपरीत मंडी अभिलेखों में मात्र 150 टन धान का सौदा दर्ज है, जिससे करोड़ों रुपये के मंडी शुल्क घोटाले की आशंका गहराती जा रही है। महेंद्र साव ने आरोप लगाया कि व्यापारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से लगभग 750 टन धान गोदामों और राइस मिलों में दबाकर रखा गया, ताकि बाद में समर्थन मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचकर अवैध मुनाफा कमाया जा सके। उन्होंने इसे किसानों के हक पर डाका बताते हुए चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो जन आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर, कृषि उपज मंडी बसना ने इन आरोपों को भ्रामक और असत्य बताया है। मंडी प्रबंधन के अनुसार, महेंद्र साव द्वारा मीडिया और सोशल मीडिया में फैलाई जा रही जानकारी गलत है। मंडी द्वारा दी गई आधिकारिक सूचना में स्पष्ट किया गया है कि 149809.10 क्विंटल लगभग 15 हजार टन धान लाइसेंसधारी व्यापारियों द्वारा सौदा पत्रक माध्यम से क्रय किया गया है।
 
				 
					