
छत्तीसगढ़ भूमि डेस्क :स्कूल शिक्षा मंत्री ने किया नवा जतन योजना सेतु 2.0 का किया शुभारंभ
तीन दिवसीय प्रशिक्षण में जिले के चार स्त्रोत शिक्षक हुए शामिल
कोरोना काल के दौरान लगभग 18 माह तक स्कूल बंद होने के कारण बच्चों को हुई पढ़ाई के नुकसान लर्निंग लॉस की भरपाई करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन की अभिनव पहल नवा जतन सेतु 2.0 के माध्यम से पूर्ति की जाएगी। वर्तमान कक्षा स्तर में पिछड़े हुए बच्चों को उपचारात्मक शिक्षा देने का यह योजना छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शुरू की गई है। गत माह बेसलाइन आकलन पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में आयोजित किए गए थे एवं इसकी प्रविष्टि छात्रवार रिकॉर्ड पोर्टल पर पूरे छत्तीसगढ़ के 96 प्रतिशत बच्चों की एंट्री की गई है। जिससे प्रत्येक बच्चे के शैक्षिक स्तर का पता लगाया जा सकता है कि बच्चा किस कक्षा के स्तर पर है।
नवाजतन कार्यक्रम का शुभारंभ
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शनिवार 04 दिसम्बर 21 को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर में नवा जतन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने तीन दिवस तक आयोजित प्रशिक्षण में राज्य से उपस्थित श्रोत समूह के सदस्यों को भी संबोधित किया एवं नवा जतन मार्गदर्शिका का उपयोग कर पढ़ाई में पिछड़ रहे बच्चों को वर्तमान कक्षा के स्तर तक लाने को कहा, ताकि उन्हें उनके वर्तमान कक्षा स्तर तक लाया जा सके। कोरोना कॉल में राज्य के स्कूलों में ऐसे बच्चे जिन्हें लर्निंग क्लास के कारण वर्तमान कक्षा में पिछड़े हुए हैं, ऐसे छात्रों को उपचारात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए नवा जतन कार्यक्रम संचालित होगा राज्य स्तर पर इसके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग के एससीईआरटी द्वारा हेतु सेतु पाठ्यक्रम 2.0 के अंतर्गत नवा जतन कार्यक्रम का निर्माण किया गया है।
नवाजतन योजना के शुभारंभ में इनकी रही उपस्थिति
नवा जतन शुभारंभ के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, शिक्षा सचिव डॉ.कमलप्रीत सिंह, संयुक्त सचिव शिक्षा एवं एससीईआरटी डायरेक्टर श्री राजेश सिंह राणा, डॉ योगेश शिवहरे, अतिरिक्त संचालक एससीईआरटी उपस्थित रहे।
भविष्य की योजना
राज्य स्तर पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण में रायगढ़ जिले से स्रोत व्यक्ति के रूप में श्री भुवनेश्वर पटेल एपीसीए समग्र शिक्षा, श्री संतोष कुमार पटेल व्याख्याता डाइट, श्री सत्येंद्र बसंत सीएसी भिखमपुरा एवं श्री राजकुमार पटेल सीएसी पुटकापुरी ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण के दौरान एससीईआरटी द्वारा तैयार मॉड्यूल का राज्य स्रोत शिक्षक श्री सुनील मिश्रा एवं उनकी टीम ने विस्तार से प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण उपरांत अब जिले के सभी 348 संकुलों के संकुल शैक्षिक समन्वयकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण डाइट धरमजयगढ़ में आयोजित होगी। जिसमें नवा जतन कार्यक्रम को क्रियान्वित किए जाने के लिए विस्तार से उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा, प्रशिक्षण उपरांत सभी शैक्षिक समन्वयक अपने संकुल के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक अध्यापन कार्य करने वाले सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे एवं कोरोना काल के दौरान जो लर्निंग लॉस बच्चों में हुआ है उसकी भरपाई की जा सके।
स.क्र./26/राहुल फोटो..7 से 9 तक पढ़ई तुंहर दुआर में हमारे नायक चुनी गई शिक्षिका रश्मि नायक
रायगढ़, 5 दिसम्बर2021/ शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोसमपाली विकासखंड रायगढ़ की शिक्षिका श्रीमती रश्मि नायक पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम अंतर्गत हमारे नायक चुनी गई हैं। उल्लेखनीय है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य है बच्चों को रोजगार मूलक शिक्षा उपलब्ध कराना, जिससे कि बच्चे भविष्य में रोजगार की ओर अग्रसर हो सके। इसी कड़ी में स्कूल शिक्षा विभाग एवं समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ के द्वारा 10 दिवसीय बस्ता विहीन स्कूल कार्यक्रम का आयोजन राज्य के समस्त पूर्व माध्यमिक विद्यालय में किया गया। जिससे कि पूर्व व्यवसायिक परीक्षण के द्वारा बच्चों को रोजगारोन्नमुखी बुनियादी शिक्षा से जोड़ा जा सके। इसी कड़ी में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोसमपाली, रायगढ़ की शिक्षिका श्रीमती रश्मि नायक द्वारा बच्चों को बस्ता विहिन विद्यालय कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्व व्यवसायिक प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में शाला प्रबंधन समिति के सदस्य सरपंच श्रीमती अनुसुइया उरांव, समिति के अध्यक्ष श्री मुकेश महाराज एवं गांव के विभिन्न कलाकार लोगों का सहयोग रहा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को लोक नृत्य एवं लोक गीत सिखाया गया। बांस एवं मिट्टी, खराब कपड़े एवं पत्तों से विभिन्न कलाकृतियों की चीजें बनवाई गई। गांव के ही बांस कला में निपुण श्रीमती सुशीला बसोड़ को विद्यालय में बुलाकर बांस से भिन्न प्रकार की कलात्मक टोकरी एवं अन्य सामग्री बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लोक नृत्य (कर्मा एवं सुआ) श्रीमती अनुसुइया भट्ट एवं कविता नागवंशी द्वारा सिखाया गया। जस गीत श्री सगुन दास महंत द्वारा एवं सनी चौहान द्वारा मूर्ति निर्माण करने का प्रशिक्षण दिया गया। दोना पत्तल का निर्माण श्रीमती मालती चौहान द्वारा सिखाया गया। इस प्रकार के पूर्व व्यवसाय प्रशिक्षण प्रदान करने से बच्चों में रोजगार मूलक बुनियादी शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ा है। विकासखण्ड एवं जिला रायगढ़ की शिक्षिका श्रीमती रश्मि नायक के हमारे नायक चुने जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ श्री आर.पी.आदित्य एवं डीएमसी समग्र शिक्षा श्री रमेश देवांगन ने श्रीमती रश्मि नायक सहित ग्राम सरपंच, समिति के सदस्यों, गांव के विभिन्न कलाकार लोगों को इस कार्य व सहयोग के लिए बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की।
क्या कहती हैं श्रीमती रश्मि नायक
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत रोजगार मूलक शिक्षा उपल्ब्ध कराने हेतु हमारी शाला का चयन किये जाने पर हमें अत्यंत गर्व एवं प्रसन्नता की अनुभूति हुई। शाला के सभी बच्चों ने इस कार्यक्रम में उत्साह पूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम जन सहयोग से एवं शिक्षकों के सहयोग से सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। हमे आशा है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यालय के छात्र भविष्य में रोजगार के विभिन्न क्षेत्र में लाभान्वित होंगे।