महासमुन्द:कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा “कलम रख मशाल उठा आन्दोलन” का शंखनाद,प्रथम चरण में मशाल रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
सैकड़ों अधिकारी- कर्मचारियों ने दिखाया दम,आगे के चरणों में और बढ़ेगी आन्दोलनकारियों की संख्या

महासमुन्द। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा कर्मचारी विरोधी रवैये के कारण सरकार के खिलाफ आन्दोलन का शंखनाद कर दिया गया है | आन्दोलन के लिए निर्धारित तीन चरणों के प्रथम चरण में, उपस्थित कर्मचारियों ने स्थानीय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर से मशाल रैली की शुरुआत की | नारेबाजी के साथ फेडरेशन द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया |
उपस्थित कर्मचारियों ने बताया कि आन्दोलन को टालने के लिए कर्मचारियों के मांगों के सन्दर्भ में सरकार से लगातार चर्चा की जा रही है लेकिन सरकार का कर्मचारियों के प्रति असंवेदनशील रवैया अब जगजाहिर हो चुका है जिसके कारण आन्दोलन करना पड़ रहा है | प्रथम चरण तो केवल ध्यानाकर्षण के रूप में है, आगे दूसरे चरण में 11 दिसंबर को कर्मचारी-अधिकारी अपने जिले में धरना देंगे साथ ही वादा निभाओ रैली आयोजित करेंगे | तीसरे चरण में आगामी 19 दिसंबर को राजधानी में जाकर महारैली में हिस्सा लेंगे |
कर्मचारियों ने बताया कि जिला व विभाग स्तर पर समय-समय पर कर्मचारी परामर्शदात्री समिति की बैठकें व कर्मचारी समस्या समाधान शिविरों का आयोजन नहीं होने के कारण स्थानीय स्तर पर भी पदोन्नति, क्रमोन्नति आदि की समस्याएं गंभीर हो रही है साथ ही वाहन चालकों व पटवारियों के स्थानीय समस्याओं पर भी प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया गया जिस पर कलेक्टर महोदय के प्रतिनिधि ए डी एम द्वारा द्वारा तत्काल निराकरण का आश्वासन दिया गया |
उल्लेखनीय है कि फेडरेशन द्वारा 14 सूत्रीय मांगों के अंतर्गत लिपिक, शिक्षक, स्वास्थ्य एवं अन्य कर्मचारी संवर्ग के वेतन विसंगति का निराकरण, कर्मचारियों एवं पेंशनरों को 9 प्रतिशत महंगाई भत्ता, वेतन पुनरीक्षण के बकाया एरियर्स का भुगतान, विभागों में लंबित संवर्गीय पदोन्नति, क्रमोन्नति, समयमान एवं तृतीय समयमान वेतनमान समयसीमा में प्रदान करने, सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी एवं सहायक शिक्षक पद पर नियुक्त शिक्षकों को तृतीय समयमान वेतनमान स्वीकृति करने, शासकीय सेवा के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत शासकीय सेवकों के परिवार को 50 लाख अनुग्रह राशि तथा कोरोना भत्ता देने, अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने व सेवा से पृथक अनियमित कर्मचारियों को बहाल करने, जन घोषणा पत्र में उल्लेखित मांगों को पूरा करने, मूल वेतन के आधार पर 10 प्रतिशत गृह भाड़ा भत्ता सहित अन्य समस्त भत्ता, राज्य में पुरानी पेंशन योजना लागू करने, तृतीय श्रेणी के पदों पर 10 प्रतिशत के बंधन को मुक्त करते हुए समयसीमा के भीतर अनुकम्पा नियुक्ति के समस्त लंबित प्रकरणों का निराकरण करने, चतुर्थ श्रेणी के कार्यभारित / आकस्मिक सेवा के कर्मचारियों को नियमित पदों पर पदस्थापना कर समायोजित करते हुए नियमित कर्मचारियों के समान वेतन भत्ते व पेंशन देने, प्रदेश के पटवारियों को पदोन्नति एवं लैपटॉप के साथ उनके कार्यालयों में कंप्यूटर की समस्त सुविधा उपलब्ध कराने, पेंशनरों को त्वरित पेंशन भुगतान हेतु राज्य पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 को विलोपित कर छत्तीसगढ़ के प्रकरणों का निपटारा करना शामिल है |
मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल में टेकराम सेन, ओम नारायण शर्मा, शिवकुमार साहू, श्रीराम दीवान, दीपक तिवारी व ईश्वर चंद्राकर शामिल थे | धरना में फेडरेशन के जिला संयोजक श्रीमती एस चंद्रसेन, सहसंयोजक टेकराम सेन, संरक्षक राजेश चन्द्राकर, रिखीराम साहू, कमलेश ध्रुव, आर.के.चन्द्राकर, एस.पी.ध्रुव. संतूराम साहू, सचिव शिवकुमार साहू, सहसचिव दीपक तिवारी, कोषाध्यक्ष के.के. चन्द्राकर, प्रचार मंत्री ईश्वर चन्द्राकर सहित विभिन्न संगठनों के जिलाध्यक्ष डी.पी. वर्मा, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ओम नारायण शर्मा, चमन चंद्राकर, एस.के. भोई. सी.आर. साहू, खोमन ध्रुव, श्रीराम दीवान, डाक्टर आर.के. वर्मा, तुलेन्द्र सागर, राजकुमार साहू, हेमेन्द्र आचार्य, मधु शर्मा, कावेरी वैष्णव, आशा साहू, ए.के.लाल, नीतेश श्रीवास्तव,जवाहर द्विवेदी, एन.के.सिन्हा, अशोक शर्मा, एस.आर. तारक, दुर्गेश चंद्राकर, एम.डी. वर्मा, एच.एस. चंद्राकर, सिराज बख्स, बाबूलाल ध्रुव. प्रणय खरे, रामकुमार साहू, एच.आर. साहू, चंदन डडसेना आदि सैकड़ों अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए | सहसंयोजक टेकराम सेन व छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ओम नारायण शर्मा द्वारा रैली को संबोधित कर आगामी आन्दोलन की जानकारी दी गई | आगामी आन्दोलन की रूपरेखा हेतु 02 दिसंबर को संध्या 04 बजे शासकीय आदर्श बालक स्कूल महासमुन्द में बैठक रखी गई है जिसमें सभी जिलाध्यक्ष व फेडरेशन के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे |