महासमुंद/बसना: शहीद दिवस पर याद किए गए शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव शहीद भगत सिंह,राजगुरु, सुखदेव की शहादत को किया याद

महासमुंद/बसना। शहीदे आजम भगत सिंह व राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस के अवसर पर मंगलवार को शहीद वीरनारायण सिंह चौक में श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया राजनीतिक दलों के साथ सामाजिक संगठनों ने भी अपने-अपने तरीके से तीनों क्रांतिकारियों को नमन किया।आरएसएस के स्वयंसेवक एवं शहीद भगतसिंह वॉलीबाल क्लब के युवाओं द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम शहीद भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर पुजा अर्चना किया गया।
वक्ताओं में रमेश अग्रवाल,भगतराम वाधवा,रमाकांति वैष्णव ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश के लिए आजादी के आंदोलन में शहीद होने वालों कतार में शहीद भगत सिंह राजगुरु एवं शहीद सुखदेव का अलग स्थान है। अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए उनके हुकूमत के विरुद्ध खड़ा होने के लिए इनके साहस की जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
युवा भारत माता के लाल के रूप में शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी। आजाद भारत के स्वप्नदृष्टा के रूप में वे हंसते-हसंते सूली पर चढ़ गए। शहीदों की शहादत की यह परंपरा भारत के प्रत्येक युवा वर्ग के प्रेरणा स्रोत के रूप में, देशभक्ति व राष्ट्र के प्रति उत्कृष्ट बलिदान के रूप में युगों युगों तक याद की जाएगी।
तीनों शहीदों के पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पण करने एवं उनके बलिदान को स्मरण कर करने सतीश अग्रवाल,रमेश अग्रवाल,अनिल अग्रवाल,सोनू श्रीवास्तव,सौरभ अग्रवाल,सरिन्दर सिंह,गजेंद्र साहू,रमेश जायसवाल,भगतराम वाधवा, दिनेश डड़सेना,अभिमन्यु जायसवाल,कामेश बंजारा,विकास वाधवा,महेंद्र साव, नीरज अग्रवाल,महेंद्र सिंह अरोरा,प्रदीप दास,आकाश सिन्हा, नंदकिशोर साव,आकाश बंजारा,सोहन सोनी,रमाकांति दास,सरिता बेहरा,यमुना पाण्डे,दीप्ति सत्पथी,सविता वैष्णव एवं भारी संख्या में युवा साथी उपस्थित रहे।