जिले के इस गांव में भालू के बच्चें की सुरक्षा में लगे वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी 36 घंटे बाद भी अपने शावक को लेने नही पहुचा मादा भालू

हरिमोहन तिवारी रायपुर। गरियाबंद जिले के मैनपुर से लगभग 07 किलोमीटर दुर ग्राम गिरोहला में गांव के भीतर खाली पडे एक इंदिरा आवास मकान में सोमवार रात को एक जंगली मादा भालू ने एक स्वस्थ्य शावक को जन्म दिया है.
और मंगलवार सुबह गांव के कुछ बच्चें जब खेलते खेलते इस खाली मकान के पास पहुचे तो मादा भालू बच्चों के सामने ही जंगल की तरफ चला गया लेकिन अपने नवजात शावक को खाली पडे इंदिरा आवास में छोड दिया बच्चों के माध्यम से इसकी जानकारी जब गांव वालो को लगी तो इस भालू के शावक को देखने भारी भींड उमड पडी
वन विभाग को सुचना मिलते ही वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारी मौके पर तत्काल पहुचकर भींड को वहा से हटाया साथ ही अपने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जिस खाली पडे इंदिरा आवास में भालू के शावक है उसके आसपास के क्षेत्र को खाली करवा दिया गया है और लोगो का आना जाना बंद कर दिया गया है साथ ही वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी दुर से निगरानी रख रहे है.
मादा भालू जंगल से आकर अपने शावक को अपने साथ ले जायेगी लेकिन 36 घंटा बीत जाने के बाद भी मादा भालू अपने बच्चें को लेने नही पहुची जिससे वन विभाग की अब चिंता बढ गई है,
क्योंकि नन्हे शावक की पालन पोषण खासकर उसके आहार को लेकर विभाग भारी परेशान है, हालांकि आज वन विभाग के एसडीओ सशिगानंदन के ,गरियाबंद एसडीओ मनोज चन्द्राकर, मैनपुर परिक्षेत्र अधिकारी अनिल कुमार साहू के साथ स्थानीय वन अमला की टीम लगातार ग्राम गिरहोला में स्थितियों का जायजा लेते रहे.
साथ ही ग्रामीणों से अपील किया है कि कोई भी ग्रामीण भालू के शावक जंहा है उस एरिया में न जाए एंव हाथी मित्रदल के सदस्य भी लगातार काफी दुर से रातभर रतजगा कर मादा भालू की इंतजार कर रहे है कि कब मादा भालू आए और अपने शावक को ले जाए, इन सभी के बीच यह बात भी सामने आ रही है कि यदि मादा भालू अपने शावक को लेने नही पहुचती तो ऐसे परिस्थितियों में उच्च अधिकारियों से दिशा निर्देश लेकर भालू के शावक को जंगल सफारी भी भेजा जा सकता है क्योंकि नन्हे शावक के खान पान को लेकर विभाग को भारी चिंता सता रही है।

क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी
- वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल कुमार साहू ने बताया कि नन्हे शावक को छोडकर मादा भालू जंगल के तरफ चली गई है जिसका इंतजार किया जा रहा है, अपने शावक को लेने यदि मादा भालू नही पहुचती तो वन विभाग के उच्च अधिकारियों से दिशा निर्देश लेकर इस शावक की सुरक्षा की दृष्टि से इसे जंगल सफारी भी भेजा जा सकता है उन्होने बताया चारो तरफ लोगो का आना जाना बंद करवा दिया गया है, और वन अमला लगातार काफी दुर से नन्हे शावक पर नजर रखे है रात भर रतजगा कर शावक की सुरक्षा किया जा रहा है।