बसना में 9 अक्टूबर को पहुंचेगी श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी वर्ष समर्पित ऐतिहासिक शहीदी यात्रा
जगदीशपुर रोड ओवर ब्रिज से दोपहर 1 बजे होगा बसना आगमन

देशराज दास बसना। सिख समाज छत्तीसगढ़ द्वारा धन धन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी शताब्दी वर्ष को समर्पित भव्य शहीदी यात्रा का आयोजन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। यह ऐतिहासिक यात्रा 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2025 तक चलेगी, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न नगरों और गुरुद्वारों में कीर्तन दरबार, नगर कीर्तन, गुरुबाणी पाठ एवं धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
यात्रा का मुख्य उद्देश्य श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहादत शहीदी, मानवता और धार्मिक स्वतंत्रता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना है। इस दौरान रायपुर, भिलाई, बसना, देवभोग, बलौदाबाजार, बिलासपुर, कोरबा, अम्बिकापुर, रायगढ़, महासमुंद सहित कई जिलों में विशेष आयोजन होंगे।
बसना में इस यात्रा का आगमन 9 अक्टूबर 2025 को दोपहर 1 बजे जगदीशपुर रोड ओवर ब्रिज से होगा, जहाँ धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी एवं पंज प्यारों का सत्कार किया जाएगा। इस अवसर पर बसना में श्रद्धालु संगत द्वारा भव्य स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
यात्रा शहीदी नगर कीर्तन के रूप में सिख समाज के सदस्य गुरबक्श सिंघ जी तलूजा गणेश टीवी सेंटर निवास के पास से प्रारंभ होगी यात्रा जगदीशपुर रोड,शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक होते हुए श्री गुरुद्वारा साहिब बसना पहुंचेगी
कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने हेतु श्री गुरुद्वारा साहिब बसना में आज 5 अक्टूबर 2025 को शाम 4 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई है। इस बैठक में सिख समाज के सभी सम्मानित सदस्य, सूझवान और श्रद्धालु एवं समस्त समाज के लोग उपस्थित रहे ।
आज की बैठक में श्री गुरुद्वारा साहिब बसना में समस्त सामाजिक,धार्मिक संगठन,प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया समाज सेवी संगठन नगर पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष की उपस्थिति में एक बैठक संपन्न हुई
मंजीत सिंह छाबड़ा (श्री गुरु सिंह सभा प्रबंधक कमेटी, बसना) ने कहा—
“धन धन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहीदी यात्रा हमारे लिए श्रद्धा और प्रेरणा का प्रतीक है। उनका शहादत शहीदी न केवल सिख समाज बल्कि पूरी मानवता के लिए मार्गदर्शन है। बसना में इस यात्रा के आगमन पर हम सभी श्रद्धालु संगत के साथ मिलकर गुरु साहिब जी की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लेंगे। सभी संगतों से निवेदन है कि वे समय पर पहुंचे और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें।”