बसना

बसना: अवैध अतिक्रमण पर राजस्व विभाग,नगरीय प्रशासन का आज भी चलना शुरू हुआ बुलडोजर, जेसीबी मशीन चला कर किया जा रहा है ध्वस्त

देशराज दास बसना: बसना नगर में प्रशासन के बुलडोजर चलना चालू हो गया है आपको बतादे माननीय एन जी टी गाईड लाईन के अनुसार नगर पंचायत बसना के द्वारा श्रीराम जानकी मंदिर तालाब किनारे बसे व्यवसायिकदु कानदारों, आवासियों को हटाने तीन दिवस के भीतर खाली करने का नोटिस जारी किया था। जिन्होंने नोटिस लेने इंकार किया उसके दुकानों पर चस्पा कर दिया गया था। खाली किये जाने का समय सीमा समाप्त होने पर नगरीय प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण को मुक्त करने जेसीबी मशीन लगा कर अवैध कब्जा हटाते हुए दुकान, मकान सभी को ध्वस्त कर दिया गया है । साथ ही  बच्चे दुकानों को आज भी ध्वस्त किया जा रहा है

ता दें कि नगर पंचायत से प्राप्त जानकारी अनुसार तालाब किनारे मेंड़ पर बने दुकान एवं आवास निर्माण से उसके जीव जंतु एवं बायो डायवर्सिटी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था। तालाब एरिया अतिक्रमण के कारण छोटा पड़ रहा था जिसके कारण भू जल स्तर और निस्तारी पर प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। माननीय एन जी टी गाईड लाईन के अनुसार उपरोक्त अवैध अतिक्रमण को छ. ग.नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 187 एवं 223 का उल्लंघन बताया गया है। जिसे अतिक्रमण मुक्त कराना आवश्यक है। नगर पंचायत सीएमओ सूरज सिदार ने बताया कि माननीय एनजीटी गाईड लाईन व निर्देशानुसार ही कार्य किया जा रहा है। आम जनता के हित में तालाब को अतिक्रमण मुक्त कर सौन्दर्यीकरण किया जायेगा ।

बसना नगर के लोगो ने कहा नगर पंचायत बसना कर रहा एनजीटी के प्रावधानो का खुल्लेआम उलंघन

आपको बतादे नगरवासी बताते हैं नगर पंचायत बसना में तालाबों का हवाला देकर अवैध कब्जा से मुक्त कराने के लिए (एनजीटी) के प्रावधानो तहत जो तालाब के खसरा नंबर से अलग खसरा नंबर में विगत 40 वर्षो से काबिज 29 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। शहर के तालाब के बहाने दूसरे खसरा नंबर की मकानों दुकानों के कब्जे को हटाने के आदेश दिए गए हैं। नगर पंचायत बसना को अतिक्रमण हटाने की इतनी जल्दबाजी है,कि नोटिस शाम-रात को छुट्टी के दिन मे देकर 3 दिवस मे खाली करने का आदेश दें दिया यह जानते हुए कि शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के कारण नोटिस प्राप्तकर्ता किसी भी न्यायालय की शरण मे न जा सके। और न हीं नोटिस प्राप्तकर्ताओ को कोई पक्ष जानने के लिए समय दिया गया।

नोटिस प्राप्तकर्ता तालाब से अलग खसरा नंबर पर की भूमि पर दुकाने एवं मकान बनाए गए हैं, जिन्हें हटाने के लिए अभियान शुरू किया गया है जिस पर नगर पंचायत बसना ने पदमपुर रोड़ स्थित रामजानकी मंदिर से लगे केवा टिकरा पारा डबरी तालाब से लगे अन्य खसरा नंबर जमीन पर नगर पंचायत बसना ने 29 दुकानों एवं मकान मालिकों को तालाब का हवाला देकर 3 दिनों के अंदर खाली करने का नोटिस जारी कर दी है,साथ ही गढ़पटनी रोड स्थित नकैन डबरी के तालाब किनारे बनाए गए मकान को भी खाली करने का नोटिस जारी किया है.

आपको बतादे  केवा डबरी टिकरापारा खसरा नंबर 126 रकबा 0.64 हेक्टर है जो 29 लोगो का कब्जा है घास भूमि उनका खसरा नंबर 125/2 रकबा 0.35 हेक्टर है जो की पदमपुर रोड़ के बीच में है।

लोगो दबी जमीन में बताते  है नगर पंचायत बसना द्वारा स्वयं बसना नगर के विभिन्न तालाबों के ऊपर आंगनबाडी, स्कुल भवन,शौचालय, शराब दुकान एवं अन्य दुकानों का निर्माण कर किराया वसूली किया जा रहा है, बसना शहर मे आम चर्चा का विषय है की एक तरफ नगर पंचायत के द्वारा एनजीटी के प्रावधानो का खुला उल्लंघन किया जा रहा है स्वयं अपने गिरेबान मे झाकने के बजाय गरीबो पर एनजीटी के प्रावधानो का हवाला देते हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस दिया जा रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत का कार्यालय शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को भूमि आबंटित किया गया था,परन्तु नगर पंचायत बसना के द्वारा बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश से कार्यालय का निर्माण कर दिया गया है, इसके अतिरिक्त खादी भंडार को आबंटित भूमि मटन मार्केट के लिए, किसान राइस मिल के लिए आरक्षित भूमि पर मंगल भवन, राशन दुकान एवं गार्डन का निर्माण कर दिया गया है। बसना शहर के अन्य तालाबों पर भी सघन रूप से अतिक्रमण है किन्तु किसी अन्य अतिक्रमणकर्ताओ पर कार्यवाही न करते हुए कुछ लोगो पर हीं गिद्ध नजर बनाये हुए है। नगर पंचायत के अध्यक्ष गजेंद्र साहू के द्वारा कलेक्टर महासमुन्द,एसडीएम बसना (रा.) एवं तहसीलदार के समक्ष नगर पंचायत के द्वारा किये जा रहे एनजीटी के प्रावधानो का खुल्लेआम उलंघन को सबसे पहले कार्यवाही किये जाने का आवेदन किया है। चर्चाओ बू का बाजार तो इस विषय पर भी गर्म है की बसना का तहसील कार्यालय भी राजस्व रिकार्ड मे दर्ज पानी के नीचे की भूमि पर स्थित है।

इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष गजेंद्र साहू ने बताया कि पदमपुर रोड को हटाने के लिए नगर पंचायत में कोई भी एक प्रस्ताव पारित हुआ नहीं एक बैठक भी नही हुआ यहां तक कि मुझे भी अतिक्रमण हटाने की कोई जानकारी नहीं दी गई।

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