बसना

महासमुंद /बसना: गौ सेवकों ने नगर पंचायत के मुख्य द्वार में घायल गौवंश को रखकर जताया विरोध

महासमुंद /बसना: 2 महीने से नगर पंचायत बसना अंतर्गत लगभग 22 गौ वंशों की मृत्यु हो चुकी है। जिसका अंतिम संस्कार नगर पंचायत बसना की
जगह स्थानीय गौ सेवकों द्वारा जेसीबी मशीन के सहायता से कराया गया। जिसका भुगतान नगर पंचायत को करना था। परंतु, आज दिनांक तक किसी भी प्रकार से कोई पहल नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नहीं की गई। गौ सेवकों द्वारा गौ वंशों का इलाज में महीने में 20 हजार के आस-पास लगता है.

नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 4 स्थित जगदीश पुर रोड में गुरुवार को एक गौ वंश घायल हो गया, सुबह 10 बजे से नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों को सूचना दी गई। परंतु, दोपहर 2 बजे तक वह सड़क में पड़ा रहा और कुत्ते उसको नोचते रहे। आक्रोशित हो गए और घायल गौ माता को नगर पंचायत के मुख्य द्वार में रख कर विरोध किया गया।

गौ सेवक महेंद्र साव ने कहा कि 15 दिनों से गौ वंशों के स्थानीय समस्या के लिए नगर पंचायत सीएमओ मिलने आ रहा हूं। परंतु, वो कार्यालय में नहीं मिलते, जिसके कारण गौ सेवको को बहुत परेशानी हो रही है, तालाबंदी के कगार में नगर पंचायत बसना मोहन सोनवानी अधिकारी कभी भी समय में नहीं मिलते और दस बीस दिनों में कभी मिल भी जाए तो उनके पास आम जनता के लिए समय नहीं सिर्फ दस्तखत करने
आते हैं। अमित अग्रवाल ने बताया की विरोध प्रदर्शन को देखकर नगर पंचायत सीएमओ छुट्टी लेकर गायब हो गए.

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