पिथौरामहासमुंद

महासमुंद: जुआ में पकड़ाया युवा नेता को सौंपी भाजयुमो जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी

जिले के सक्रिय कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर..भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष ने जारी की नाम की घोषणा

हरिमोहन तिवारी रायपुर। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में भाजयुमों जिलाध्यक्ष की नाम की घोषणा करने में गुटबाजी के चलते लेट लतीफी करने के बाद आखिरकार सोमवार को घोषणा कर दिया गया! भारतीय जनता पार्टी जो रीति नीति एवं अनुशासन की बात करती है उसके अनुरूप ना जाकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के पद पर जसराज बाला चंद्राकर जो पूर्व में जुआ के आरोपी के रूप में पुलिस के हाथों पकड़ा गया था. ऐसे युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी गई क्या महासमुंद जिले में बेदाग एवं स्वच्छ छवि कार्यकर्ता नहीं है जो युवा मोर्चा की कमान उसको दिया जा सके इस नियुक्ति को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी दिख रही है. और इस नियुक्ति को देखकर ऐसा लग रहा है कि महासमुंद जिले में गुटबाजी चरम सीमा पर है.

जिले के कार्यकर्ता इस नियुक्ति से संतुष्ट कम और मुखर ज्यादा नजर आ रहे हैं !कई तो यह तंज भी कस रहें हैं कि जुआ में पकड़ाया युवा नेता अब उनका नेतृत्व करेगा! जिले के सोशल मिडिया ग्रुप में चार साल पुरानी एफआइआर की कापी भी वायरल हो रही हैं जो जनवरी 2017 की हैं!

बता दे कि चार साल पहले जुआ में पकड़ा गया भाजपा नेता को भाजयुमो के जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने सोमवार को 9 जिले के जिलाध्यक्षों की सूची जारी की है । उस सूची में महासमुंद जिले का भी नाम शामिल है ।लंबे समय से जिले में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष की घोषणा नहीं हो पाई थी । 9 जिलो को छोड़कर शेष सभी जिलों में जिलाध्यक्षों की घोषणा हो गई थी ।

जिले से नाम तय करने में काफी लंबा समय लिया है । उसके बाद भी युवाओं की अगुवाई के लिए उस नेता को चुना है, जो जुआ खेलते हुए पकड़ा गया था। जानकारी के अनुसार भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय एवं महामंत्री पवन साय की सहमति से भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जिला अध्यक्ष एवं महामंत्री की घोषणा सोमवार को जारी की है ।इसमें महासमुंद जिले की कमान जसराज चंद्राकर (बाला) के हाथों सौंपी गई है ।

वहीं प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू का कहना है कि महासमुंद से भाजपा जिलाध्यक्ष के द्वारा नाम भेजा गया था । इसके आधार पर जसराज को महासमुंद युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है ।जसराज कोई अपराधी नही हैं उनसे जुआ मामले की जीनकारी ली गई, जिसमें उन्होनें बताया कि भूलवश वह मौके पर बैठा था, जिसमें वह आरोपित बना,यह भी देखा जाना चाहिए कि 2017 के बाद जसराज पर ऐसे आरोप नहीं लगे हैं!

जुआ खेलते पकड़ाया था युवा नेता- 2017 में भाजपा नेता के साथ 8 लोग पकड़े गए थे
4 जनवरी 2017 को बागबाहरा पुलिस ने ढांगाडिपरा थानापारा में जुआ खेलते हुए 9 लोगों को पकड़ा था । इसमें भाजपा नेता भी शामिल था बागबाहरा पुलिस के रिकार्ड में दर्ज एफआईआर के अनुसार धरपकड़ की कार्रवाई में भाजपा नेता जसराज चंद्राकर, प्रकाश मानिकपुरी, हनीकुमार, संतोष ध्रुव, नीरज सोनी, मेघराम साहू, गगन बघेल एवं उदय चंदेल का नाम शामिल है ।

जुआ खेलते समय पुलिस ने जसराज चंद्राकर से 3900 रुपए नगद एवं उसकी बाइक को जब्त किया था ।

जिलाध्यक्ष की घोषणा में गुटबाजी

गुटबाजी के चलते हुई लेट लतीफी नाम तय करने में भारी गुटबाजी हुई है जिलाध्यक्ष व संगठन के बीच हुए फैसले बाहर आने के बाद इस बात का खुलासा हुआ है ।जिलाध्यक्ष का नाम तय करने में लंबा समय लग गया 9 फरवरी को कई जिलों के भाजयुमो के जिलध्यक्षों की सूची जारी हुई थी, लेकिन उसमें महासमुंद का नाम नहीं था।

बताया जा रहा है कि गुटबाजी के चलते नाम तय करने में देरी हुई है । सूची जारी हाेने के दो महीने बाद सोमवार को सूची जारी हुई है ।खास बात तो यह है कि जिलास्तर पर कार्यरत पदाधिकारियों को जिलाध्यक्ष की दौड़ से बाहर रखा गया है ।

जिले में युवाओं को मिल सकता है जुआ खेलने में सरक्षण

जिले में ऐसे युवा को भाजयुमों को जिम्मेदारी मिलने के बाद ऐसे युवाओं को मिल सकता है संरक्षण
जुआ का धंधा जोरों पर चल सकता है क्योंकि बिना मेहनत किए हजारों रुपए कमाने के चक्कर में हर रोज युवा इस दलदल में फंसते जा रहे है।जुआ खेलने वालों में ज्यादातर उन युवाओं की संख्या ज्यादा है जो बिना मेहनत के पैसे कमाना चाहते हैं।अपने खून पसीने की गाढ़ी कमाई जुए में बर्बाद कर रहे हैं वरिष्ट नेताओं का भी मिलता रहा है सरक्षण जुए के धंधे पर अंकुश लगाने में पूरी तरह मौन साबित हो रहा है। लोगों का कहना है कि जो एक बार इस दलदल में फंस गया है उसके लिए इस से बाहर निकलना बहुत ही मुश्किल है। लोग सारा दिन मजदूरी करते हैं और शाम को सारे पैसे जुए में लगा देते हैं।

युवा नेता को भाजयुमों की सदस्यता से करना था निष्कासित

युवा नेता को जुआ खेलते पकड़े जाने के बाद उन्हें पार्टी की सदस्यता से हटा दिया जाना था! भाजपा युवाओं के जुआड़खाना चलना वाकई शर्मनाक है। तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना था! अगर पार्टी का कोई पदाधिकारी या कार्यकर्ता गलत काम में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना चाहिए! लेकिन युवा नेता चंद्राकार को जिले सक्रिय बेदाग एंव स्वच्छ कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए भाजयुमों जिलाध्यक्ष बनाने में मिला पुरा संरक्षण!

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