कोरोना विस्फोट 14 छात्राएं कोरोना संक्रमित,प्रदेश में हुआ कोरोना विस्फोट

छत्तीसगढ़ भूमि डेस्क राजनांदगांव: शासकीय नर्सिंग हॉस्टल की 14 छात्राएं कोरोना पॉजिटिव हो गई है। इसमें शहर के गौरव पथ स्थित हॉस्टल में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गुरूवार को हॉस्टल की एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इसके बाद उनके संपर्क में रहने वाली तीन – चार छात्राओं ने भी जांच कराई थी तो उनका भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। उसके बाद हॉस्टल के सभी छात्राओं की सेम्पल लेकर जाँच कराई गई तो 14 नर्सिंग की छात्राएं संक्रमित पाया गया।
संक्रमित छात्रों को होम आइसोलेशन कर आसपास के कमरों सेनेटाइज किया गया। वही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कालेज कैम्पस में स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाईं गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी ने कहा कि छात्रों की ट्रैवलिंग हिस्ट्री स्थानीय ही है , फिर भी इसकी जाँच कराई जा रही है। बता दे कि कोरोना का संक्रमण जिले में फिर से पाँव पसार रही है। पखवाड़ेभर के अंदर ही जिए में संक्रमितों की संख्या 200 पहुँच गई है।
16 जुलाई को प्रदेश में मिले 453 संक्रमित – प्रदेश में कोरोना की रफ़्तार एक बार फिर बढ़ गई है। पिछले 24 घंटे में 453 संक्रमितों की पहचान की गई है। सबसे ज्यादा दुर्ग 88 और रायपुर में 61 संक्रमितों की पुष्टि हुई। वहीँ राजनांदगांव में कुल 55 संक्रमित पाया गया। वही अस्पताल से 296 लोगों की छुट्टी की गई। राहत की बात यह रही की किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु नहीं हुई।
बच्चों में संक्रमण फ़ैलने का ज्यादा खतरा – प्रदेश में जिस तरह से कोरोना अपनी रफ़्तार पकड़ रही है उसे चौथी लहर के रूप में भी देखा जा रहा है। कोरोना संक्रमण के फैलाव होने से सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होती है। क्योंकि स्कूल एवं कालेजों में बच्चे एक साथ सैकड़ों की संख्या में रहते है एक बच्चे के संक्रमण होते ही अन्य बच्चों में भी तेजी से संक्रमण फ़ैलने का खतरा बना रहता है। कोरोना संक्रमण यदि स्कूली बच्चों तक पहुंची या संक्रमण दर बढ़ी तो निश्चित ही स्कूल , कालेजों को फिर बंद करना पड़ सकता है।
संक्रमण रोकने सावधानी जरुरी – प्रदेश के नागरिकों को एक बार फिर सतर्क होने की जरुरत है। कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप फिजिकल डिस्टेंसिंग , मास्क और सेनेटाइजर का नियमित उपयोग करने का समय आ गया है। यदि सावधानी रखी जाये तो निश्चित ही कोरोना संक्रमण को फ़ैलने से रोका जा सकता है। लोगों के लापरवाही के चलते ही कोरोना बेलगाम हो जाती है और फिर मजबूरन स्कूल , कालेज को बंद कर लॉक डाउन लगाना पड़ता है। अतः सभी सतर्क रहे और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।