महासमुंद/बसना: कन्हैया लाल की हत्या के विरोध मे बसना बंद पूर्णतः सफ़ल लेकिन राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष महेंद्र साव ने इस बंद को अपना समर्थन नहीं दिया

महासमुंद/बसना: कन्हैया लाल की हत्या के विरोध व आरोपियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग को लेकर हिन्दू संगठनों ने आज 02 जुलाई को भारत बंद का आह्वान किया था। इसी कड़ी में सर्व हिन्दू समाज ने बसना बंद किये जाने को लेकर अपील की गयी थी। इस बंद का सभी व्यापारियों दुकानदारो ने समर्थन कर अपने अपने प्रतिष्ठान को बंद
किया।
बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, शिवसेना के कार्यकर्ताओ ने बंद को लेकर घूमते हुए नजर आये। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जय जय श्री राम का नारा लगाते हुए रैली भी निकाली। बसना शहर के अलावा बन्सुला,जगदीशपुर रोड, रसोडा जीराडबरी मोड़ तक पूर्णतःबंद रहा। इधर पुलिस प्रशासन के द्वारा शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु बसना चौक चौराहे पर नजर आये।
वहीं राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष महेंद्र साव ने इस बंद को अपना समर्थन नहीं दिया है. महेंद्र साव का कहना है कि इसके पूर्व में भी इस तरह हिन्दुओं की हत्या गुजरात, उत्तरप्रदेश और कर्नाटक में हो चुकी है जहाँ बीजेपी की सरकार है. जिसपर अबतक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. यदि आज गहलोत सरकार में भी इस तरह हिन्दू की हत्या हो रही है तो वह गलत है. यदि विरोध होना चाहिए है तो तीनों का होना चाहिए विश्व हिन्दू परिषद को भाजपा का भी पुतला दहन करना चाहिए.
महेंद्र साव ने कहा कि उदयपुर की घटना का हमने विरोध पहले ही करके पुतला दहन कर दिया है. आज भी हमारे पुतला दहन का कार्यक्रम भंवरपुर में है. उनका कहना है कि ना कनहैया के साथ ऐसा होना चाहिए ना कमलेश के साथ, ना हर्षा के साथ ना किशन के साथ. उन्होंने के कहा कि हमारे लिए सभी बराबर हैं. ये बीजेपी और तथाकथित हिन्दू संगठन वीएचपी के लिए केवल कनहैया हिन्दू था, कमलेश तिवारी, किशन और हर्षा ये तीनो वामपंथी थे उनकी नजर में. जिसके लिए उन्होंने एक पुतला तक नहीं जलाया.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बजरंग दल छत्तीसगढ़, बीजेपी और वीएचपी की घोर निंदा करता है, जो हिन्दुओं की हत्या पर प्रदेश देखकर विरोध करता है.