बसना

बसना: देश सेवा में अश्विन को मिला ‘गोल्ड’ मेडल, नीलांचल संस्थापक सम्पत को किया समर्पित,भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से घर लौटा फौजी, जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत

पाकिस्तान बॉर्डर से जन्मभूमि पहुंचा भारत माता के सपूत 27 साल देश सेवा नीलांचल को किया समर्पित

बसना। देश सेवा कर रिटायर होकर घर लौटे ताला निवासी फौजी अश्विन प्रधान का नीलांचल भवन में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष एवं नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक श्री सम्पत अग्रवाल ने वस्त्र परिधान से पुष्पहार व आरती चंदन-वंदन से भव्य स्वागत किया गया। वहीं जन्मभूमि ताला पहुंचे तो ग्रामीणों ने गाजे-बाजे के साथ आतिशबाजी करते हुए जोरदार स्वागत किया।

भारत-पाकिस्तान बॉर्डर में लगातार 27 साल से भारत मां की सेवा में करने के बाद रिटायर्ड होकर लौटे फौजी को जन्मभूमि को छोड़ने नीलांचल भवन से श्री अग्रवाल ने अपने वाहन से ग्राम ताला पहुँचे। जगह-जगह फौजी अश्विनी और सम्पत अग्रवाल का अभिनंदन हुआ। ग्रामवासियों ने फौजी के सकुशल लौटने पर जल और दूध से पैर धोकर आत्मीय स्वागत किया। स्वागत देखकर रिटायर्ड फौजी समेत परिवाजन के आंखों से आंसू छलक पड़े। इस दौरान भारत माता की जय के जयकारे लगाए गए।

सैनिक अश्विनी प्रधान ने बताया कि 28 मार्च 1995 को फौज में एक सिपाही के पद पर चयन हुआ था। अपने 27 वर्ष के कार्यकाल में कई जगह देश की सेवा करते रहे अपने कार्यकाल में कई दुश्मनों के छक्के छुड़ाए। श्रीनगर के एल.ओ.सी. बॉर्डर में अधिकांश समय रहा। अंततः 28 फरवरी 2022 को सेवानिवृत्त हो गया। 2 मार्च बुधवार को जम्मू से छत्तीसगढ़ लौटने पर जगह-जगह स्वागत से अभिभूत हूँ।

सेवा सम्मान में मिला ‘पदक’ को सम्पत की किया समर्पित
रिटायर्ड फौजी अश्विनी प्रधान ने अपने 27 साल के देश सेवा से मिले सेवा सम्मान पदक (गोल्ड मेडल) को नीलांचल संस्थापक सम्पत अग्रवाल के सेवा कार्यों से प्रभावित होकर समर्पित कर दिया और कहां कि हम सैनिक लोग बॉर्डर में देश की सेवा करते हैं लेकिन श्री अग्रवाल एक सैनिक के रूप में समाज सेवा करते हुए अपने क्षेत्र के जरूरतमंद, गरीब और निःसहाय लोगों की सेवा करते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान दिया है। जिससे प्रभावित होकर देश सेवा में मिले अपने सेवा सम्मान पदक को समर्पित कर सम्पत अग्रवाल से जुड़कर सेवा करने की बात कही।

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