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कोरोना वैक्सीन: स्वास्थ्य कर्मचारियों को पहले दी जाएगी,स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवायजरी,पढ़े पूरी खबर

PM मोदी बोले- कोरोना वैक्सीन जब भी आएगी तो वह एक-एक नागरिक तक पहुंचे इसके लिए तैयारी जारी है

नेडनल डेस्क। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एडवायजरी जारी कर जिला और राज्य स्तर पर कोरोना फ्रंट पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों की लिस्ट बनाने को कहा है. मंत्रालय ने नोडल अधिकारियों को बताया है कि ये लिस्ट कैसे तैयार की जाए. इस लिस्ट में प्राइवेट और सरकारी दोनों अस्पतालों के कर्मचारियों का नाम होगा.

इस लिस्ट को Electronic Vaccine Intelligence Network (E-VIN) पर तैयार किया जाएगा. एडवायजरी में बताया गया है कि कैसे कर्मचारियों की लिस्ट तैयार करके इसे COVID Vaccine Beneficiary Management System पर अपलोड करना है. गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कुछ दिनों पहले कह चुके हैं कि अगले साल की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन भारत में बन कर तैयार हो सकती है. इसी क्रम में ये सारी तैयारियां की जा रही हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वैक्सीन निर्माण और उसके डेलिवरी सिस्टम पर समीक्षा बैठक कर चुके हैं.

एक न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकताओं को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा लिखा गया खत टीवी को मिला है. लेटर में कहा गया है कि हेल्थ केयर वर्कर्स की लिस्ट तैयार होने से वैक्सीन आने के बाद लाभांवितों को तलाशना बेहद आसान होगा. जिन फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले वैक्सीन दी जानी है उसमें नर्स और आशा वर्कर्स को भी शामिल किया गया है.

इसके अलावा मेडिकल ऑफिसर्स, एलोपैथिक डॉक्टर्स, टीचिंग और नॉन टीचिंग डॉक्टर्स, आयुष डॉक्टर्स को पहले वैक्सीन दी जाएगी. ऐसे मेडिकल प्रैक्टिशनर्स की संख्या करीब 20 लाख है. इसके अलावा पैरामेडिकल स्टाफ का भी डेटा तैयार किया जाएगा. इनमें सभी तकनीशियन (लैब, ऑपरेशन थियेटर आदि), फार्मासिस्ट्स, फिजियोथेरेपिस्ट्स, वार्ड बॉय, साइंटिस्ट्स, रिसर्चर्स को भी शामिल किया गया है. साथ ही सरकार कुछ अन्य कर्मचारियों के वैक्सीनेशन पर भी विचार कर रही है.

देश में जानलेवा कोरोना वायरस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती हमें कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जब भी कोरोना की वैक्सीन आएगी उसे हर नागरिक तक पहुंचाने के लिए सरकार तैयारी कर रही है.

पीएम मोदी ने कहा, “कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम भारतवासियों ने बहुत लंबा सफर तय किया है. समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं. हम में से अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए फिर से रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “लेकिन हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है. बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है.”

पीएम मोदी ने कहा, “आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, Fatality Rate कम है. दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है. कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर्स, नर्स, हेल्थ वर्कर इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं. इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है. ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया, या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है.”

पीएम मोदी ने कहा कि बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है. अनेक देश इसके लिए काम कर रहे है. हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं. भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन पर काम चल रहा है. इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है. एक-एक नागरिक तक वैक्सीन पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है.

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