ऑनलाइन बीमा कंपनी में काम करते-करते सीखा ग्राहकों को फंसाने का हुनर, 2 करोड़ ठगे

कोरबा 28 अगस्त। ऑन लाइन लोन लेने के लिए वेबसाइट पर सर्च करने वालों का डाटा चोरी कर एवं खुद को बजाज फायनेंस कंपनी का अधिकारी होना बताकर टर्म लाइफ इंश्यारेंस के नाम से कम रुपए में ज्यादा राशि का लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी की गई। छत्तीसगढ़ सहित अलग-अलग राज्यों व शहरों में 20 से अधिक लोगों से 2 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले 2 आरोपियों को पकड़ने में रामपुर पुलिस को सफलता मिली है।
जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभाकक्ष में सीएसपी राहुल देव शर्मा, रामपुर चौकी प्रभारी निरीक्षक राजेश जांगड़े एवं सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी एसआई कृष्णा साहू ने संयुक्त रूप से इसका खुलासा किया। बताया गया कि आरपी नगर कालोनी निवासी विजेंद्र दास महंत पिता रविदास महंत ने जनवरी 2020 में बजाज फाइनेंस कंपनी से ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन किया था।
इस बीच गौरव सावंत व प्रेमचंद कोठारी ने खुद को बजाज फाइनेंस कंपनी का अधिकारी बताकर अलग-अलग मोबाइल नंबर से फोन कर लोन स्वीकृति से पूर्व टर्म लाइफ इंश्योरेंस कराने का झांसा दिया। इसके लिए पहला किश्त 19,765 रुपए स्टरलिंग इंश्योरेंस कंपनी के बैंक खाता में जमा कराया गया फिर लोन एग्रीमेंट के लिए 70 हजार रुपए और लॉकडाउन हो जाने से लोन प्रक्रिया बंद होने तथा पुन: चालू कराने हेतु 18001 रुपए जमा कराया गया।
इस तरह एक करोड़ 68 लाख रुपए का लोन स्वीकृत कराने का झांसा देकर 26 से 30 लाख रुपए ठग लिए गए। विजेंद्र की रिपोर्ट पर रामपुर पुलिस ने धारा 420 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीम ने ठगी में उपयोग मोबाइल नंबर व बैंक खातों के आधार पर आरोपी उमेश शर्मा उर्फ प्रेमचंद कोठारी उर्फ पंकज पिता विनोद शर्मा 27 वर्ष एवं कपिल कुमार उर्फ गौरव सावंत पिता जगदीश प्रसाद 32 वर्ष दोनों निवासी गाजियाबाद उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी ऑनलाइन बीमा कंपनी के पूर्व कर्मचारी हैं जिन्होंने कार्य के दौरान ग्राहकों को अपने झांसे में लेने का हुनर बखूबी सीख लिया था। ये जरूरतमंद और शार्टकट तरीके से बिना मेहनत तथा कम या बिना ब्याज के लोन की इच्छा रखने वालों को आसानी से अपना शिकार बनाते रहे।
विश्वसनीय संस्थानों से ही लोन प्राप्त करें : एसपी
जिला पुलिस अभिषेक मीणा ने आम जनता से अपील की है कि ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन लोन या ऑनलाइन अन्य कार्य करते समय वेबसाइट पर उपलब्ध सेवाओं के बारे में अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लें। वर्तमान में हैकर्स एवं फर्जी लोगों द्वारा असली कंपनियों से मिलते-जुलते नाम पर फर्जी कंपनी बनाकर ठगी किया जा रहा है। अति आवश्यक होने एवं पूरी जांच-पड़ताल के पश्चात ही ऑनलाइन माध्यम का उपयोग करें। जिले में ही शासकीय एवं निजी बैंकों द्वारा लोन स्वीकृत किया जा रहा है इसलिए लोग विश्सवसनीय संस्थानों से ही लोन प्राप्त करें।
वेबसाइट से डाटा चोरी कर ठगी को देते थे अंजाम, गाजियाबाद से 2 ठग पकड़ाए.